मूंगफली, धान, उरद, तील व मूंग फसल का होगा विस्तार
जामताड़ा : खरीफ मौसमी फसल का उत्पादन लक्ष्य के अनुरूप करने के बाबत व्यवस्था गांव स्तर पर बनाने को कृष
जामताड़ा : खरीफ मौसमी फसल का उत्पादन लक्ष्य के अनुरूप करने के बाबत व्यवस्था गांव स्तर पर बनाने को कृषि विभाग ने पहल शुरू कर दी है। जिले में खरीफ मौसम में उत्पादन होनेवाली प्रमुख फसल मूंगफली, धान, उरद, तील व मूंग शामिल है। समय पर उन्नत बीज की उपलब्धता नहीं होने एवं फसल उत्पादन के बेहतर तकनीक की जानकारी नहीं मिलने के कारण अब भी धान को छोड़कर शेष फसलों का उत्पादन जिले में कम हो रहा है। ऐसे में लक्ष्य के अनुरूप उत्पादन के लिए इस वर्ष समय से पूर्व ही कृषि विभाग पहल करने में जुट गया है।
पचास फीसद अनुदान पर उन्नत बीज : विभागीय निर्देश पर कृषक मित्र, आर्या मित्र, मत्स्य मित्र, प्रखंड तकनीकी पदाधिकारी, प्रखंड कृषि पदाधिकारी पंचायत व गांव भ्रमण कर किसानों को समझा रहे हैं कि उनके खेतों में खरीफ मौसम में मूंगफली, धान, उरद, तील व मूंग की बेहतर खेती हो सकती है। कम परिश्रम में बेहतर फसल का उत्पादन कर आत्मनिर्भर बन सकते हैं। इन फसलों की खेती को बढ़ावा देने के लिए कृषि विभाग दूसरे चरण में पचास फीसदी व अनुदान पर उन्नत किस्म का बीज किसानों को उपलब्ध कराएगा। जबकि समय पर खेतों में बीज बोआई करवाने को राज्य मुख्यालय ने पहले चरण में वितरण होनेवाले बीज जिला को आवंटित कर दिया है। पहले चरण सात ¨क्वटल मूंगफली बीज, 2.10 ¨क्वटल तील बीज, 8 ¨क्वटल उरद एवं 4.5 ¨क्वटल मूंग बीज शतप्रतिशत अनुदान में किसानों के बीच वितरण की तैयारी जारी है। इस निमित प्रखंड कृषि तकनीकी पदाधिकारी कृषक मित्रों के सहयोग से उपयुक्त किसानों की सूची तैयार कर रहे हैं। ताकि अनुदान के रूप में वितरित बीज का सदुपयोग हो सके।
क्या कहते हैं पदाधिकारी : खरीफ मौसम में उत्पादन होनेवाली मूंगफली, धान, उरद, तील व मूंग फसलों का विस्तार किया जाएगा। इसके लिए राज्य के निर्देशानुसार कृषि विभाग जिला व प्रखंड स्तर पर में पहल कर रहा है। पहले चरण में शतप्रतिशत अनुदान में वितरण करने को बीज का आवंटन मिला है। बीज को उपयुक्त किसानों के बीच वितरण किया जाएगा। द्वितीय चरण में भी राज्य मुख्यालय से जिले में बीज आवंटित होगा जो पचास फीसदी अनुदान पर दिया जाएगा।
ब्रह्मादेव साह, जिला कृषि पदाधिकारी ।