कौशल सिंह, जामताड़ा। जामताड़ा जिले के 22 करोड़पति साइबर ठग ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) के निशाने पर हैं। इनमें ज्यादातर आरोपी जामताड़ा के करमाटांड़ और नारायणपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं। ये आरोपी पहले जामताड़ा साइबर पुलिस के हाथों गिरफ्तार हो चुके हैं, लेकिन जमानत मिलते ही इन्होंने दोबारा ठगी शुरू कर दी।

इन अपराधियों ने साइबर अपराध के माध्यम से 50 लाख से लेकर कई करोड़ तक की संपत्ति अर्जित कर ली है। पुलिस ने इससे संबंधित ब्योरा ईडी को सौंपा है। पहले भी, ईडी जामताड़ा के दो और देवघर के एक साइबर ठग की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई कर चुकी है।

वहीं, राज्य की सीआइडी भी उनकी संपत्ति का आकलन कर रही है। बता दें कि जामताड़ा के साइबर ठग देश के विभिन्न हिस्सों में ठगी की घटना को अंजाम देते रहे हैं। इस कारण यहां के साइबर अपराधी देशभर की पुलिस के निशाने पर हैं।

कार्रवाई और छापेमारी के क्रम में पुलिस को ठगों की अकूत संपत्ति का भी पता चला है। ऐसे में 50 लाख से अधिक संपत्ति वाले ठगों की सूची ईडी को भेजी जा रही है, जिससे मनी लांड्रिंग के तहत उनपर कार्रवाई की जा सके।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, कई ठगों की संपत्ति करोड़ों में है। अब यह संपत्ति ईडी जब्त करने की कार्रवाई कर सकती है। जिन 22 ठगों की ईडी को रिपोर्ट भेजी गई है, वे साइबर अपराध से 50 लाख या उससे कई गुना अधिक संपत्ति बना चुके हैं।

दरअसल, ईडी को वैसे ही ठगों की रिपोर्ट भेजी जाती है, जिनकी चल-अचल संपत्ति 50 लाख या उससे अधिक होती है। अचल संपत्ति का आकलन संबंधित प्रखंड क्षेत्र के सीओ से तैयार कराया गया है, जिससे कुल संपत्ति का सही पता चल सके।

2022 में एक साइबर अपराधी की संपत्ति ईडी ने की थी जब्त

इससे पहले जामताड़ा साइबर थाने की पुलिस की रिपोर्ट पर 2018 में मामला दर्ज करते हुए ईडी ने 2021 में जामताड़ा के नारायणपुर थाना क्षेत्र के मिरगा गांव के प्रदीप मंडल और उसके करीबियों की 66 लाख की संपत्ति ईडी जब्त की थी।

इसके अलावा, जामताड़ा के युगल मंडल और देवघर के संतोष यादव को भी ईडी ने मनी लांड्रिंग के तहत अभियुक्त बनाया है। प्रदीप मंडल पर एक करोड़ की ठगी और युगल मंडल व अन्य पर 99 लाख की ठगी और संतोष यादव पर 50 लाख की ठगी का आरोप था।

जामताड़ा साइबर डीएसपी मजरूल होदा ने बताया कि अब तक 22 आरोपितों की संपत्ति की रिपोर्ट हम ईडी को भेज चुके हैं। इनके अलावा भी कई ऐसे आरोपी हैं, जिन्होंने साइबर ठगी से लाखों-करोड़ों की संपत्ति अर्जित की है। उनकी संपत्ति का भी सटीक मूल्यांकन कर रिपोर्ट ईडी को भेजी जाएगी।

Edited By: Roma Ragini