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चापाकल के साथ सूखा 'आंख का पानी'

एक चापाकल से कभी इस टोले की 150 से अधिक लोगों की प्यास बुझती है पर हुक्मरानों की उदासीनता घाव पर नमक छिड़क रहा है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 19 Jan 2021 07:30 PM (IST)Updated: Tue, 19 Jan 2021 07:30 PM (IST)
चापाकल के साथ सूखा 'आंख का पानी'

नारायणपुर (जामताड़ा) : नारायणपुर प्रखंड के भैयाडीह गांव के हरिजन टोला में विभागीय लापरवाही की वजह से पेयजल संकट का लोग दंश झेल रहे हैं। एक चापाकल से कभी इस टोले की 150 से अधिक लोगों की प्यास बुझती है पर हुक्मरानों की उदासीनता घाव पर नमक छिड़क रहा है।

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टोले के लोगों ने बताया कि यहां एक ही चापाकल है जो कई महीनों से खराब है। दूर के चापाकल भी पानी लेने वालों की भीड़ लगी रहती है। ऐसे में कोरोना और मास्क की बात करना तो बेईमानी होगी। लोगों की भीड़ देखकर यह कहा जा सकता है कि यहां शारीरिक दूरी और कोरोना का नाम किसी ने सुना ही नहीं है। हालांकि लोगों में कोरोना का भय जरूर रहता है। पर पानी की मजबूरी ने सब भुलाने पर मजबूर कर दिया। टोले के लोगों ने बताया कि इस संबंध में अधिकारी को कई बार जानकारी दी गई पर मरम्मत की सुध नहीं ली गई है। फिलहाल तो किसी प्रकार काम चल जा रहा है पर मरम्मत के प्रति ढिलाई ऐसी ही रही तो गर्मी में काफी परेशानी बढ़ जाएगी। ग्रामीणों ने विभाग से चापाकल की मरम्मत की मांग की। ग्रामीण उमाशंकर तूरी, विजय शंकर तूरी, भुतर तूरी, शंकर भंडारी ने कहा कि चापाकल खराब रहने की सूचना संबंधित विभाग व जनप्रतिनिधियों को कई बार दी गई पर इस ओर ध्यान नहीं दिया गया। चापाकल की मरम्मत के अलावा एक नई बोरिग की भी सुविधा दी जाए तभी संकट से छुटकारा मिल सकता है। इस संबंध में पंचायत के मुखिया से संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उनका मोबाइल नहीं लगा। पंचायत समिति सदस्य के प्रतिनिधि अब्दुल मन्नान ने कहा कि सूचना विभाग को दी है। उम्मीद है जल्द चापाकल ठीक हो जाएगा।


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