शक कर्मी पर गहराया, लूट के नाम पर साजिश रचने की आशंका
जामताड़ा : पिछले दिनों ¨बदापाथर में सरेशाम विमल टेक्सटाइल्स के कर्मी से हुई लूट के अनुसंधान की दिशा ल
जामताड़ा : पिछले दिनों ¨बदापाथर में सरेशाम विमल टेक्सटाइल्स के कर्मी से हुई लूट के अनुसंधान की दिशा लुटेरों तक पहुंचने के बजाय अब कर्मी के इर्दगिर्द घूमने लगी है। इसकी कई ठोस वजह भी पुलिस को पड़ताल में मिली है। ऐसे में देर-सबेर लूट का शिकार बनकर प्राथमिकी दर्ज करवाने वाले कर्मी सुभाष मंडल पर ही पुलिस का शिकंजा कस सकती है।
पुलिस का शक कर्मी पर इसलिए गहराता जा रहा है कि अमूमन लूट के बाद अपराधी दूसरे पक्ष का मोबाइल व बाइक या फिर बाइक की चाबी अपने कब्जे में लेकर चलते बनते हैं ताकि पीड़ित पक्ष पुलिस या किसी अपने को जल्द सूचना न दे पाए। अन्यथा अपराधियों के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती थी। लेकिन इस घटना में न तो पीड़ित का मोबाइल और न उसकी बाइक और न उसकी बाइक की चाबी ही अपराधी अपने साथ ले गए।
कर्मी के साथ अपराधियों की हाथापाई या किसी प्रकार के विरोध जताने का साक्ष्य भी नहीं मिले हैं। घटना के बाद कर्मी सुभाष पुलिस को सूचना देने के समय जो लोकेशन बता रहा है वह लोकेशन भी मोबाइल के कॉल डिटले से नहीं मिल रहा है। लोकेशन उसका घटनास्थल से काफी दूर मिल रहा है। लूट से जुड़ा सारा बयान पुलिसिया जांच में झूठा साबित हुआ है। इसपर सत्यापन के लिए पुलिस जब सुभाष से दुबारा पूछताछ की तो उसके पूर्व व मौजूदा बयान में भी अंदर है। ऐसे में पुलिस का दावा है कि लूट की घटना हुई ही नहीं, खुद कर्मी झूठ बोल रहा है। झूठ बोलने की वजह की पड़ताल अब पुलिस कर रही है।
-क्या थी घटना : पांच मई शनिवार शाम चार बजे संजय टेक्सटाइल्स के मालिक विमल वैद्य का कर्मी सुभाष मंडल बाइक से उधारी की वसूली कर वापस लौट रहा था। इसी बीच जामताड़ा-नाला रोड पर पलाश के जंगल के पास मिर्गीजोरिया सुनसान स्थल पर दो बाइक पर सवार चार अपराधियों ने उसे लूट का शिकार बनाया था। 50 हजार रुपए लूट कर चलते बने थे। अपराधियों ने उसके पास से सिर्फ रुपए लिए थे। लूट के बाद घटना की सारी जानकारी उसने अपने मालिक को अपने मोबाइल से ही दी थी।
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वर्जन : लूट का शिकार बना कर्मी बार-बार बयान बदल रहा है। जांच में बयान के अनुसार सत्यापन करने पर विरोधाभाषी तथ्य सामने आ रहे हैं। घटना को अंजाम देने के बाद अपराधियों ने कर्मी से न बाइक की चाबी और न उसक मोबाइल ही अपने कब्जे में लिया। इससे लूट की सच्चाई पर शक होना लाजिमी है। पुलिस की जांच अभी जारी है।
--पूज्य प्रकाश, एसडीपीओ, जामताड़ा।