प्रत्येक व्यक्ति शिक्षित बनें तभी समाज का विकास
बाबा गणिनाथ गोविद जी महाराज की 20 वीं पूजा-अर्चना व अखिल भारतीय मधेशिया हलवाई समाज का सम्मेलन रविवार को संपन्न हुआ।
संवाद सूत्र, करमाटांड़ (जामताड़ा) : बाबा गणिनाथ गोविद जी महाराज की 20 वीं पूजा-अर्चना व अखिल भारतीय मधेशिया हलवाई समाज का सम्मेलन रविवार को संपन्न हुआ। मुख्य अतिथि मिहिजाम नगर पर्षद अध्यक्ष कमल गुप्ता व विशिष्ट अतिथि सुभाष ने ध्वजारोहण व पूजा कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
कमल गुप्ता ने कहा कि शिक्षित समाज से ही देश व राज्य का विकास हो सकता है। शिक्षित समाज से ही सुशासन लागू हो सकता है। सुभाष ने कहा कि गरीब, असहाय लोग शिक्षा से वंचित न हो पाए। यह प्रयास करना है।
बाबा गणिनाथ की महिमा : हजारों वर्ष पूर्व गंडक नदी किनारे स्थित एक गांव में रहने वाले अकिचन मंसाराम नामक गरीब के घर बाबा गणिनाथ का अवतरण हुआ था। बाबा मंसाराम बहुत ही कष्ट के साथ जीवन यापन कर रहे थे। वह अपने पुत्र गणिनाथ की ओर से जंगल से काट कर लाई गई लकड़ी का उपयोग कर मिठाई तैयार करते थे। थोड़ी-बहुत आमदनी होती थी उसी आमदनी से अपने परिवार का भरण-पोषण करते थे। एक दिन किसी बात पर पिता की डांट खाने पर दुखी बालक गणिनाथ ने घर छोड़ दिया और साधु मंडली में शामिल हो गया। साधुओं के साथ देशाटन करते हुए उन्होंने अनेक अलौकिक सिद्धियां प्राप्त की। तपस्या पूर्ण करने के बाद वे कोनार घाट के पास गणिनाथ जी के रूप में अपनी सिद्धि के कारण प्रसिद्ध हो गए। इनकी ख्याति सुदूर तक फैलने लगी और अपनी योग्य सिद्धि तपोबल के चमत्कार से अनेक लोगों के कष्टों का निवारण करने लगे। कहा गया कि हलवाई सम्मेलन का उद्देश्य समाज के गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाले लड़कियों की शादी समाज के सहयोग व शिक्षा से वंचित लोगों को शिक्षा से जोड़ने के लिए सहयोग करना है।
सम्मेलन में हुए शामिल : सम्मेलन में देवघर, मधुपुर, आसनसोल, दुर्गापुर, नारायणपुर, धनबाद, झरिया, सारठ, करौं समेत कई जगहों से लोग उपस्थित हुए। देर शाम भक्ति जागरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। भक्ति जागरण कार्यक्रम बर्नपुर से आए हुए आलोक म्यूजिकल ग्रुप ने गणेश स्तुति के साथ प्रारंभ हुआ। इसके बाद देर शाम तक भक्ति जागरण कार्यक्रम चलता रहा।उत्तम साह, रोहित साह, रोहन गुप्ता, दीपक गुप्ता, रिशु कुमार साह, चंदन साह, संदीप साह, विवेक साह, अंकित साह आदि उपस्थित थे।