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धनरोपनी कम होने से किसान मायूस

मुरलीपहाड़ी (जामताड़ा) : अपेक्षा के अनुरूप बारिश नहीं होने से नारायणपुर प्रखंड क्षेत्र में

By JagranEdited By: Published: Tue, 04 Sep 2018 08:20 AM (IST)Updated: Tue, 04 Sep 2018 08:20 AM (IST)
धनरोपनी कम होने से किसान मायूस
धनरोपनी कम होने से किसान मायूस

मुरलीपहाड़ी (जामताड़ा) : अपेक्षा के अनुरूप बारिश नहीं होने से नारायणपुर प्रखंड क्षेत्र में 50 फीसदी से कम धनरोपनी हुई है। इससे किसानों में मायूसी देखी जा रही है। किसान इस बात से परेशान हैं कि धनरोपनी में लगाई गई पूंजी बेकार हो गई। इस बाबत किसान बालेश्वर हेम्ब्रम, किशुन मुर्मू, शंकर मंडल, नरेश मंडल, सुधीर हेम्ब्रम, हीरालाल सोरेन, अनोज मल्लाह ने बताया इस आशा के साथ धान का बिचड़ा डाले थे कि सावन माह में भरपूर बारिश होगी और शत फीसदी धनरोपनी कर लेंगे परंतु 50 फीसदी भी धनरोपनी नहीं कर पाए। कहा कि हमलोगों के आजीविका एक मात्र साधन धान का फसल ही है। खेती हो जाने से वर्ष भर जीवन यापन कर लेते हैं। लेकिन इस साल जीवन यापन पर संकट गहराने लगा है। आधे से अधिक बिचड़ा खेत में ही रह गया। हाई ब्रीड किस्म का बिचड़ा रहने के कारण इसकी रोपनी अवधि भी समाप्त हो चुकी है। वहीं बारिश नहीं होने से लगाई गई धान की फसल मर जाएगी।

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-बड़े-बड़े खेत रह गया परती : किसानों ने बताया कि क्षेत्र के दूसरे दर्जे के जितने भी खेत थे उसमें धान नहीं के बराबर लग सका बड़े-बड़े खेत जिसमें अच्छी उपज होती थी वैसे खेत परती पड़े हैं।

- वैकल्पिक खेती की मांग : किसानों ने राज्य सरकार से परती पड़े खेतों में वैकल्पिक खेती के लिए आवश्यक सुविधा की मांग की। ताकि वर्ष भर का जुगाड़ किसान कर सके।

- वर्जन : प्रखंड के कुछ पंचायत ऐसे हैं जहां धनरोपनी बहुत कम हुई है। विभाग को इसके संबंध में रिपोर्ट किया गया है ताकि वैकल्पिक खेती की व्यवस्था हो सके।

हरिपद रूई, प्रभारी प्रखंड कृषि पदाधिकारी, नारायणपुर


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