नारायणपुर से दो साइबर अपराधी गिरफ्तार
जागरण संवाददाता जामताड़ा साइबर थाना की पुलिस सिर्फ इसी जिले से नहीं बल्कि दूसरे राज्यों क
जागरण संवाददाता, जामताड़ा : साइबर थाना की पुलिस सिर्फ इसी जिले से नहीं बल्कि दूसरे राज्यों की कोर्ट से जमानत लेकर घर लौटने वाल साइबर अपराधियों पर कड़ी निगरानी रख रही है। नए एसपी दीपक कुमार सिन्हा के योगदान के बाद से दर्जन भर साइबर अपराधी यहां दबोचे गए हैं, जिसमें से कई दुबारा पुलिस के हत्थे चढ़ा है। इसी निगहबानी का परिणाम रहा कि साइबर थाना की पुलिस ने नारायणपुर से बुधवार को दो साइबर अपराधी को दबोचा। इनमें सुबल दास हाल में हिमाचल प्रदेश के कोर्ट से जमानत लेकर अपना गांव लोकनियां पहुंचा था और फिर से ऑनलाइन ठगी में जुट गया था। पुलिस ने गिरफ्तार चाचा सुबल व भतीजा लालचंद दास के पास से मोबाइल, सिम, एटीएम कार्ड आदि जब्त किया है।
दरअसल तीन माह पूर्व हिमाचल प्रदेश की पुलिस की टीम यहां सुबल दास को दबोचने तीन माह पूर्व नारायणपुर के लोकानियां उसके गांव पहुंची थी। स्थानीय पुलिस के सहयोग से उसकी घेराबंदी की गई थी पर वह पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था। हिमाचल प्रदेश की पुलिस यहां पहुंचने पर ही स्थानीय पुलिस को पता चला था कि सुबल भी घाघ साइबर अपराधियों में से एक है जो पांच वर्षों से दूसरे राज्य के बैंक खाताधारकों को अपना शिकार बना रहा है। जामताड़ा साइबर थाना की पुलिस तक से उसपर निगहबानी कर रही थी। वह महीने भर पहले हिमाचल जाकर वहां से जमानत ले लिया था। यहां लौटने के बाद वह अपनी ठगी की तकनीक भी बदल चुका था।
पुलिस की माने तो संबल दास ने हिमाचल के एक बैंक खाताधारक के खाते से चार लाख रुपए उड़ाए थे। इसी कांड में उसे दबोचने हिमाचल की पुलिस आई थी पर वह खाली हाथ लौट गई थी। पहले सुबल खुद को फर्जी बैंक अधिकारी बताकर मोबाइल से दूसरे बैंक खाताधारकों को ठगी के लिए झांसा देता था। फिर उसका गोपनीय नंबर लेकर पैसा उड़ता था। वह लिक का उपयोग कर बैंक खाता से जुड़े मोबाइल धारकों को झांसे में लेकर उनके खाते से राशि उड़ा रहा था। इसी आरोप में चाचा व भतीजा दोनों दोपहर में गिरफ्तार हुआ।
इधर साइबर थाना के प्रभारी सह इंस्पेक्टर सुनील चौधरी ने बताया कि सुबल व किशोर दास चाचा-भतीजा है। दोनों लोकनियां पबिया का निवासी है। घर से निकलते हुए दोनों को सड़क से दबोचा गया। मोबाइल,, सिम, एटीएम कार्ड जब्त हुआ है। सुबल के खिलाफ हिमाचल प्रदेश में भी साइबर ठगी का मामला दर्ज है। पुलिस साइबर अपराधियों की गतिविधियों पर बराबर नजर रखी हुई है।