रघुवर कांगेस को हमलावर तो भाजपा को खिदमतगार बता गए
जामताड़ा : कांगेस व झामुमो के गढ़ में शुमार संतालपरगना में मिशन 2019 के तहत चुनावी जीत क
जामताड़ा : कांगेस व झामुमो के गढ़ में शुमार संतालपरगना में मिशन 2019 के तहत चुनावी जीत का आधार मजबूत करने को जामताड़ा में पहले बेना की जनचौपाल में सीएम रघुवर दास के निशाने पर झामुमो तो दुलाडीह में बूथ स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में कांग्रेस की साख की हवा निकालने की खूब कोशिश की। सीएम दास ने साफ कहा कि अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ सबसे पहले उलगुलान संताल परगना के वीर तिलका मांझाी, चांद-भैरव, सिदो-कान्हू, भगवान बिरसा मुंडा ने किया। इन सभी स्वतंत्रता सेनानियां ने महात्मागांधी के पूर्व आंदोलन किया पर इन कांग्रेसियों ने हमारे पुरखों की पहचान को चुनौती दी और इतिहास के पन्नों से उनका नाम हटा दिया। आजादी दिलाने में सिर्फ गांधी परिवार का जिक्र किया। उन्होंने हर कार्यकर्ता से आह्वान किया कि इसका बदला कांग्रेसियों ने लेना है। गांव-गांव, घर-घर जाकर हर लोग को इस साजिश की जानकारी देनी है। बताना है कि 67 साल तक केवल गांधी परिवार को गुणगान किया गया है। --लालकिला से पहली बार पहचान भाजपा ने दी : सीएम ने कहा कि युगपुरुष पीएम मोदी ने पहली बार लालकिला से भगवान बिरसा का नाम लिया और उनकी स्मृति में 25 करोड़ भी दिए। इसी पैसे से बिरसा मुंडा की प्रतिमा जेल प्रांगण में स्थापित करने का काम शुरू हो गया है। कार्यकर्ता संतालपरगना के हर घर के परिवार को भाजपा की इस सोच से अवगत कराएं। ---कांग्रेसियों को चोर कह लूटेरों का गठबंधन बनाने का आरोप लगाया : सीएम ने अपने संबोधन में कहा कि कांग्रेसिया चोर लोग, लूटेरा लोग केवल गांधी परिवार को ही गुणगान किया है। मधु कोड़ा को सीएम बनाकर जेएमएम, आरजेडी, कांग्रेस ने चार हजार करोड़ रुपये खाया। मधु खुद खाया और कोड़ा को कोड़ा खाने के लिए जेल भेज दिया। सभी फिर लूटने के लिए एक हो रहे हैं। लूट का गठबंधन बना रहे हैं। इससे जनता को सावधान करना है। ---सरकार व संगठन की कड़ी कार्यकर्ता : सीएम ने कहा कि वे पार्टी कार्यकर्ता की हैसियत से ही उनके बीच हैं। आज वे जो भी हैं, भाजपा की बूते ही हैं। एक कार्यकर्ता से ही उनकी राजनीतिक जीवन यात्रा शुरू हुई और आज यहां तक पहुंचे हैं। ऐसी पार्टी से जुड़े हैं जहां से एक मजदूर भी राज्य का मुख्यमंत्री बन सकता है।। चाय बचने वाला बेटा भी पीएम बन सकता है। इसलिए भाजपा महान पार्टी है। दूसरी पार्टी में कांग्रेस को देखें तो नेहरू जी, उनकी बेटी इंदिरा जी, उनका बेटा बेटा राजीव गांधी, बहू सोनिया गांधी फिर उनका बेटा राहुल। झारखंड की गुरुजी फिर उनका बेटा, उनकी बहू। दूसरी पार्टी में तभी मौका मिलेगा जब उस वंश या परिवार में आप जन्म लेंगे। पर भाजपा ही ऐसी है जहां वंश व परिवार में जन्म लेने की जरूरत नहीं है। आप अपने काम से निरंतर आगे बढ सकते हैं। यहां कार्यकर्ता ही सरकार व संगठन की कड़ी है। इसलिए घर-घर जाकर लोगों को बताए कि भाजपा सरकार क्या कर रही है, विपक्षी क्या कर रहा है। जनता से भी जानें की वह क्या चाहती है। पार्टी के हित में इमानदारी से आप सप्ताह में दो ही दिन काम करें। सरकार व संगठन खुद और मजबूती की ओर बढ़ता जाएगा। सीएम ने आह्वान किया कि चरेवेती-चरेवेती की तर्ज पर चलते रहे ताकि अंतिम व्यक्ति तक को सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने का लक्ष्य पूरा हो सके। ---14 लोस सीट व साठ से अधिक विस सीट का दिया लक्ष्य : कार्यकर्ताओं को ऊर्जावान करने को लगी इस पाठशाला में सीएम ने साफ कहा कि कार्यकर्ता हवा में काम न करें। जड़ से काम करेंगे तो कोई झंडा उखाड़ नहीं सकता। नए साल में नई ऊर्जा के साथ काम करें, भाजपा को 14 लोकसभा सीट व साठ से अधिक विधानसभा सीट जीतने से कोई नहीं रोक सकता। संतालपरगना के तीनों लोकसभा सीट पर कब्जा करना है। जहां पहले से भाजपा की जीत का झंडा गड़ा है वहां झंडा गाड़ने में पुरुषार्थ नहीं है। विपक्ष की सीट पर जीत का झंडा गाड़ना ही पुरुषार्थ माना जाएगा। सभी कार्यकर्ता जनजाति समाज के पास टोली बनाकर जाएं। उन्हें बताएं कि उनका बहुत शोषण हुआ है, वे कितना ठगे गए हैं। संतालपरगना की हर लड़का-लड़की को जगाएं कि भाजपा उन्हें उनका अधिकार दिला कर रहेगी। भाजपा सरकार हर शोषित, दलित की ¨जदगी बदलने में लगी है। बेरोजगारों को रोजगार देना सरकार की अहम प्राथमिकता है। इसके पूर्व भाजपाइयों ने माला पहनाकर सीएम का स्वागत किया। पूर्व विधायक विष्णु भैया ने पुष्प गुच्छ भेंट दी। ---ये भी थे मौजूद : दुमका लोकसभा क्षेत्र के प्रभारी सत्येंद्र कुमार, संतालपरगना के प्रभारी रमेश हांसदा, जिलाध्यक्ष सुकुमुनी हेंब्रम, बीस सूत्री के जिला उपाध्यक्ष संतन मिश्रा, पूर्व विधायक विष्णु भैया, बाटूल झा, नपं अध्यक्ष रीना कुमारी, प्रदेश प्रतिनिधि वीरेंद्र मंडल, तरुण गुप्ता, मनीष दूबे, सोमनाथ ¨सह, बेबी सरकार, नप अध्यक्ष कमल गप्ता, नपं उपाध्यक्ष चंडी चरण दे, सूरज मंडल, विनोद मंडल, मुरारी भूषण ¨सह, राजेंद्र मंडल, गुड्डू भैया, महावीर सरावगी, निमाय सेन, राजा नित्य गोपाल ¨सह, कमलेश मंडल आदि थे।