14वीं वित्त आयोग की राशि से निजी गली व आंगन की हो गई ढलाई
पबिया (जामताड़ा) नारायणपुर प्रखंड की पबिया पंचायत में 14वीं वित्त की राशि की बंदरबांट होने का आरोप ग्रामीणों ने मदनाडीह पंचायत में आयोजित कार्यक्रम सरकार आपके द्वार में मुखिया पर मढ़ा था। ग्रामीणों ने पबिया पंचायत की मुखिया पार्वती देवी व मुखिया पति लखिंद्र मुर्मू पर आरोप लगाते हुए कहा कि पंचायत की मुखिया कभी पंचायत भवन में नहीं बैठती हैं। मुखिया के स्थान पर मुखिया के पति पंचायत की देख-रेख करते हैं। इसका उदाहरण पबिया गांव के महतो टोला में 14वीं वित्त आयोग की 2.81 लाख की लागत से पीसीसी सड़क निर्माण हुआ है।
पबिया (जामताड़ा) : नारायणपुर प्रखंड की पबिया पंचायत में 14वीं वित्त की राशि की बंदरबांट होने का आरोप ग्रामीणों ने मदनाडीह पंचायत में आयोजित कार्यक्रम सरकार आपके द्वार में मुखिया पर मढ़ा था। ग्रामीणों ने पबिया पंचायत की मुखिया पार्वती देवी व मुखिया पति लखिंद्र मुर्मू पर आरोप लगाते हुए कहा कि पंचायत की मुखिया कभी पंचायत भवन में नहीं बैठती हैं। मुखिया के स्थान पर मुखिया के पति पंचायत की देख-रेख करते हैं। इसका उदाहरण पबिया गांव के महतो टोला में 14वीं वित्त आयोग की 2.81 लाख की लागत से पीसीसी सड़क निर्माण हुआ है। इसे मुखिया ने खोगन महतो व दुखी महतो के निजी आंगन समेत निजी तीन फीट की गली में पीसीसी सड़क की ढलाई करवा दी है। जबकि इस सड़क से मात्र दो घरों को लाभ मिल रहा है।
आगे ग्रामीणों ने बताया कि मुखिया पति पंचायत के कई गांव में जर्जर सड़क की मरम्मत नहीं करवाते। निजी स्वार्थ में निजी लाभुकों को लाभ दे रहे हैं। खोगन महतो के घर का आंगन की योजना आमसभा में भी नहीं पारित हुई। जब सड़क की ढलाई हो रही थी उस समय वाइब्रेट मशीन भी नहीं लगाई गई। और न ही कनीय अभियंता उपस्थित थे। हालांकि मुखिया व मुखिया पति ने ऐसे आरोपों को सिरे से खारिज किया है।
कनीय अभियंता वकील कुमार मुर्मू ने बताया कि पबिया महतो टोला में पीसीसी सड़क निर्माण कब हुआ, उन्हें जानकारी नहीं है। लाभुक से भी सूचना नहीं मिली है। पंचायत सचिव ने बताया कि मुखिया ने गलत काम किया है। इसका कई बार विरोध किए लेकिन परिणाम सिफर निकला।
प्रखंड विकास पदाधिकारी महेश्वरी प्रसाद यादव ने बताया कि बिना सूचना व जेई की अनुपस्थिति में कोई भी काम अगर किया गया है उसका बिल भुगतान नहीं किया जाएगा। मुखिया अगर निजी आवास आंगन में सड़क निर्माण करवाते हैं तो अपने पैसे से बनवाएं। सरकारी पैसा का दुरुपयोग नहीं करने दिया जाएगा।