Move to Jagran APP

चिरेकाकर्मी के बंद घर से नकदी व आभूषण की चोरी

मिहिजाम (जामताड़ा) : मिहिजाम थाना क्षेत्र के आमबगान इलाके में चित्तरंजन रेलइंजन कारखाना में क

By JagranEdited By: Published: Fri, 16 Nov 2018 11:05 AM (IST)Updated: Fri, 16 Nov 2018 11:05 AM (IST)
चिरेकाकर्मी के बंद घर से नकदी व आभूषण की चोरी
चिरेकाकर्मी के बंद घर से नकदी व आभूषण की चोरी

मिहिजाम (जामताड़ा) : मिहिजाम थाना क्षेत्र के आमबगान इलाके में चित्तरंजन रेलइंजन कारखाना में कार्यरत कर्मी शिव शंकर प्रसाद के बंद मकान का ताला तोड़ कर कीमती जेवरात और नकदी पर चोरों ने हाथ साफ कर दिया। चोरी की घटना की जानकारी गृहस्वामी को छठ पर्व मनाकर बरवीघा से लौटने पर हुई है।

loksabha election banner

चोरी गई संपत्ति की जानकारी गृहणी ही दे सकती है। वह अभी नहीं लौटी है। इस बीच सूचना पर थाना प्रभारी विक्रम प्रताप ¨सह ने घटना स्थल पहुंचकर जांच शुरू कर दी है।

चिरेका कर्मी शिव शंकर प्रसाद ने बताया कि वे 10 नवंबर को अपने परिवार के साथ बिहार के बरवीघा छठ पर्व मनाने गए थे। गुरुवार सुबह बरवीघा से वापस लौटे तो अपने मकान का मुख्य दरवाजा में लगा ताला खोला था। दरवाजा को अंदर े चोरों ने बंद कर दिया था। पड़ोसी को इसकी जानकारी दी और पिछले दरवाजा के पास गया तो वहां दरवाजा में लगा ताला टूटा मिला। अंदर के दो कमरों के दरवाजे में खुले थे। चोरों ने कमरे में रखे लोहे की अलमारी का लॉक तोड़ रखे कीमती सामान भी अपने साथ ले गए। हालांकि दोनों कमरे में एलइडी टीवी और आधुनिक म्युजिक सिस्टम एवं अन्य कीमती भारी सामानों पर चोरों ने हाथ तक नहीं लगाया। शिव शंकर ने बताया कि कितने रुपये मूल्य के आरूषण थी, इसकी जानकारी पत्नी को है। वह अभी ससुराल में है।

थाना प्रभारी ने बताया कि बंद घर होने से चोरी हुई है। चोर काफी करीब का सकता है। जल्द ही चोरों को दबोच लिया जाएगा। कहा की लोग अगर कहीं जाते हैं, दो-तीन दिन घर बंद रहता है तो इसकी सूचना पुलिस का दें ताकि पुलिस उनके घर पर विशेष नजर रखी जा सके।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.