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बिरसा मुंडा आवास के लाभुक कर्जदार के डर से भागे फिर रहे

कुंडहित (जामताड़ा) आदिम जनजाति पहाड़िया लोगों के चौमुखी विकास के लिए तमाम वादे और दावे निरर्थक साबित हो रहे हैं। लोकसभा चुनाव बीतने के बाद विधानसभा चुनाव आ गया पर आज तक किसी नेता ने कुंडहित प्रखंड के पालोजोरी पंचायत अंतर्गत तुलसीचक पहाड़िया टोला के तीन पहाड़िया लोगों के अधूरा बिरसा मुंडा आवास पर ध्यान नहीं दिया। तीन परिवार के लोग आवास निर्माण के कर्ज में डूबे हुए हैं और कर्जदार के डर से घर से भागे-भागे फिर रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 04 Dec 2019 06:51 PM (IST)Updated: Wed, 04 Dec 2019 06:51 PM (IST)
बिरसा मुंडा आवास के लाभुक कर्जदार के डर से भागे फिर रहे
बिरसा मुंडा आवास के लाभुक कर्जदार के डर से भागे फिर रहे

कुंडहित (जामताड़ा) : आदिम जनजाति पहाड़िया लोगों के चौमुखी विकास के लिए तमाम वादे और दावे निरर्थक साबित हो रहे हैं। लोकसभा चुनाव बीतने के बाद विधानसभा चुनाव आ गया पर आज तक किसी नेता ने कुंडहित प्रखंड के पालोजोरी पंचायत अंतर्गत तुलसीचक पहाड़िया टोला के तीन पहाड़िया लोगों के अधूरा बिरसा मुंडा आवास पर ध्यान नहीं दिया। तीन परिवार के लोग आवास निर्माण के कर्ज में डूबे हुए हैं और कर्जदार के डर से घर से भागे-भागे फिर रहे हैं।

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टोला के सुकदेव पहाड़िया, संजय पहाड़िया व नाडु पहाड़िया को कल्याण विभाग से वित्तीय वर्ष 2016-17 को बिरसा मुंडा आवास मिला था। तीनों को विभाग की ओर से दिसंबर 2016 में पहली किस्त में 15,000 रुपये मिले। लाभुक ने आवास निर्माण कार्य डीपी ढलाई के बाद चार फीट जोड़ाई कर ली। लगभग पांच हजार ईट खरीद कर आवास के सामने रखी। आवास का डीपी निर्माण के बाद लाभुक को दूसरी किस्त की राशि नहीं मिली। नतीजतन ईट, बालू व सीमेंट देनेवाले दुकानदार भुगतान के लिए लाभुक पर दबाव डालने लगे। लाभुकों ने बताया कि वे कर्जदार के डर से इधर-उधर भागे-भागे फिर रहे हैं। नया घर बनाने की आस में पुराने घर को भी तोड़ चुके हैं। अब ठंड में बाल-बच्चों को लेकर कभी विद्यालय भवन में तो कभी सामुदायिक भवन में दिन-रात काट रहे हैं।

तुलसीचक पहाड़िया टोला के सुकदेव पहाड़िया, संजय पहाड़िया व नाडु पहाड़िया ने बताया कि बिरसा मुंडा आवास निर्माण कार्य के प्रशासनिक स्वीकृति पाने के साथ पहली किस्त की राशि मिली। इस राशि से काम पूरा करने के बाद दूसरी किस्त के लिए बार-बार जिला मेसो कार्यालय जाकर अधिकारी से गुहार लगाए। हर बार अधिकारी से एक सप्ताह के अंदर पैसा भेज देने का आश्वासन मिलता रहा पर राशि अब तक नहीं मिली।

कल्याण पदाधिकारी डॉ. विनोद कुमार ने बताया कि कुंडहित प्रखंड में वित्तीय वर्ष 2016-17 में 21 लाभुकों को बिरसा मुंडा आवास प्राप्त हुआ था। तुलसीचक के तीन व मगरायडीही के एक लाभुक को पहली किस्त 15 हजार रुपये दिए गए। द्वितीय किस्त के लिए 23 मार्च 2018 को विभाग को पत्राचार किया गया। इसके बाद कई बार मौखिक कहा गया था। लाभुकों को पहली किस्त देने के बाद डीपी तक जुड़ाई कार्य पूर्ण हो गया। साथ में तीन से चार फीट जोड़ाई कार्य भी पूर्ण कर लिया है, लेकिन राशि नहीं मिली है।


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