उन्नति में आहार-व्यवहार और आचरण की बड़ी भूमिका
संवाद सहयोगी जामताड़ा शनिवार को गांधी मैदान में हो रही श्रीमद्भागवत कथा में भगवान की लीला स
संवाद सहयोगी, जामताड़ा : शनिवार को गांधी मैदान में हो रही श्रीमद्भागवत कथा में भगवान की लीला सुनाई गई। कथावाचक श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर स्वामी इंद्रदेव महाराज ने श्रोताओं को भगवान की विभिन्न लीला व विवाह आधारित प्रसंग प्रस्तुत कर श्रोताओं को भक्ति के सागर में डुबोए रखा। स्वामी ने बताया कि भगवान का मुख्य नाम तो कृष्ण है लेकिन जब उन्होंने अपनी जीवनशैली व्यवहार और कर्म को जैसे-जैसे बनाए, वैसे-वैसे उन्हें नाम मिलते चले गए। इसी तरह हमें भी ऐसे ही कर्म करना चाहिए जिससे हमारे नाम की ख्याति समाज में फैले।
महाराज ने बताया कि आध्यात्मिक, सामाजिक, आर्थिक स्वास्थ्य संबंधी और भौतिक उन्नति के लिए आहार, व्यवहार और आचरण की सबसे अधिक भूमिका होती है। कथा के विश्राम दिवस पर स्वामीजी ने आचरणवान बनने पर विशेष जोर दिया। आयोजकों ने उन्हें 2022 के फरवरी माह में आने के लिए नारियल देकर आमंत्रित किया। इस मौके पर प्रभु मंडल, मोहन लाल बर्मन, अनूप डालमिया, संजय बर्मन, प्रदीप चौधरी आदि थे।