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यहां के 90 साइबर अपराधियों ने देश के 14 राज्यों के लोगों के बैंक खातों से उड़ाई रकम

cyber crime. यहां के 90 साइबर अपराधियों को चिन्हित किया गया है, जिन्होंने 50 करोड़ से अधिक की चल-अचल संपत्ति अर्जित की है।

By Sachin MishraEdited By: Published: Thu, 29 Nov 2018 06:02 PM (IST)Updated: Thu, 29 Nov 2018 06:41 PM (IST)
यहां के 90 साइबर अपराधियों ने देश के 14 राज्यों के लोगों के बैंक खातों से उड़ाई रकम

जामताड़ा, प्रमोद चौधरी। देश के किसी कोने में साइबर अपराध हो, अधिकांश के तार झारखंड के जामताड़ा से जुड़े होते हैं। यह जगह साइबर अपराध के गढ़ के रूप में कुख्यात है। जामताड़ा के करीब 90 साइबर अपराधियों को चिन्हित किया गया है, जिन्होंने 50 करोड़ से अधिक की चल-अचल संपत्ति अर्जित की है। झारखंड पुलिस ने सभी साइबर अपराधियों की संपत्ति जब्त कराने की दिशा में कार्रवाई शुरू कर दी है। इसके साथ ही जामताड़ा अब ईडी (एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट, प्रवर्तन निदेशालय) के रडार पर आ गया है।

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बताते हैं कि सीआइडी एसपी डॉ. जया राय ने साइबर अपराधियों की संपत्ति की जब जांच शुरू की तो वे भी चौंक गईं। जो लोग कुछ वर्ष पहले बीपीएल कार्ड धारक थे, अब 50 लाख से अधिक की संपत्ति के मालिक बन चुके थे। इसी बीपीएल कार्ड को आधार बनाकर पुलिस साइबर अपराधियों पर शिकंजा कस रही है। इनकी संपत्ति प्रवर्तन निदेशालय के माध्यम से जब्त कराई जाएगी। देश के करीब 14 राज्यों के लोगों से फोन कॉल और ऑनलाइन मार्केटिंग के तहत ठगी कर चुके करीब 90 ठगों को पुलिस ने निशाने पर ले लिया है। हर शातिर 50 लाख से अधिक की संपत्ति का मालिक है। इनकी संपत्ति का खाका तैयार हो रहा है। अब तक दस-दस मामले प्रवर्तन निदेशालय व आयकर विभाग को भेजे गए हैं। इससे यह तय हो गया है कि आने वाले समय में 50 करोड़ की अवैध संपत्ति देर-सबेर ईडी जब्त करेगा।

एसपी डॉ. जया राय के प्रस्ताव पर ईडी ने सितंबर में नारायणपुर के प्रदीप मंडल व युगल मंडल के घर में दबिश दी। उनकी संपत्ति व आय स्त्रोत की जांच की। इनका आलीशान मकान और घर में सुख सुविधाएं देख ईडी के अधिकारी भी भौचक थे। इनकी संपत्ति जब्त करने की दिशा में कार्रवाई शुरू हो गई है। अन्य ठगों का ब्योरा पुलिस तैयार कर रही है। 20 और अपराधियों के खिलाफ ईडी को भेजने के लिए प्रस्ताव बन गया है। हर माह पांच-दस अपराधियों पर कार्रवाई का प्रस्ताव पुलिस ईडी व आयकर को भेजेगी।

जामताड़ा के नारायणपुर व करमाटांड़ थाना के विभिन्न इलाकों में रहने वाले इन साइबर अपराधियों ने छह वषरें में यूपी, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, दिल्ली, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, केरल, पंजाब, अंडमान निकोबार तक के लोगों के बैंक खातों से रकम उड़ाई है। पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2013 से यहां इस अपराध की शुरुआत हुई। छह साल में देश के विभिन्न हिस्सों से आई पुलिस ने 110 अपराधियों को गिरफ्तार किया। आज पूरे देश में जामताड़ा के साइबर अपराधी छा गए है।

जामताड़ा के साइबर अपराधी इतने शातिर हैं कि आपकी गोपनीय जानकारी मिनटों में आपसे ही फोन कॉल कर निकाल लेते हैं। इसके लिए ये बकायदा प्रशिक्षण लेते हैं। इनके पास खाताधारकों की सूची रहती है। वे खाताधारक को फोन करते हैं। अपना परिचय कभी बैंक शाखा अधिकारी तो कभी मुख्यालय के अधिकारी का देकर सीधे कहते हैं कि अब आपका एटीएम काम नहीं करेगा। तुरंत अपना पासवर्ड और कार्ड में अंकित नंबर बताएं। कई और प्रकार से भी बरगलाते हैं। बातचीत में खनक के साथ ऐसा विश्वास कि खाताधारक खुद ही सारी जानकारी दे देते हैं। फिर शुरू होता है इनका मायाजाल और खाताधारक के खाते से रुपये मिनटों में उड़ जाते हैं।

50 लाख से अधिक की अवैध संपत्ति बना चुके 90 ठगों को चिन्हित किया है। 10-10 अपराधियों का पूरा ब्योरा ईडी और आइटी को भेजा है। दो पर ईडी की कार्रवाई हो गई है। अन्य अपराधियों की संपत्ति जब्ती का भी प्रस्ताव भेजा जा रहा है। पूर्व में बीपीएल परिवार में जिनका नाम अंकित था और अब उनके पास अकूत संपदा है ऐसे अपराधियों की संपत्ति जब्त करेंगे।
-डॉ. जया राय, एसपी, सीआइडी।


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