कुंडहित के 15 पंचायत में मनरेगा में 2,422 मजदूरों को मिला काम
कुंडहित (जामताड़ा) लॉकडाउन के बाद कुंडहित प्रखंड की 15 पंचायत में मनरेगा योजना का कार्य शुरू होने से मजदूरों को राहत मिली है। बीते एक महीना से कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन है। इस कारण क्षेत्र के सभी योजना बंद होने से दैनिक मजदूरों में रोजगार को लाले पड़ गए थे।
कुंडहित (जामताड़ा) : लॉकडाउन के बाद कुंडहित प्रखंड की 15 पंचायत में मनरेगा योजना का कार्य शुरू होने से मजदूरों को राहत मिली है। बीते एक महीना से कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन है। इस कारण क्षेत्र के सभी योजना बंद होने से दैनिक मजदूरों में रोजगार को लाले पड़ गए थे। 20 अप्रैल के बाद मनरेगा योजना के तहत तालाब, सिचाई कूप व डोभा निर्माण कार्य शुरू हुआ है। इससे जॉब कार्डधारी मजदूरों को रोजगार मिलने लगा है। मनरेगा योजना के तहत तालाब, सिचाई कूप व डोभा निर्माण में काम मिलने से मजदूरों के परिवार में आर्थिक स्थिति में सुधार आएगी। नगरी पंचायत अंतर्गत सुलुंगा गांव के तालाब में कार्य कर रहे मजदूर विमल लोहार, तपू लोहार, बुधन लोहार, जगन लोहार, गोरांग धीवर, अष्टम लोहार, हेलाराम लोहार ने बताया कि इस साल धान कटाई के बाद क्षेत्र में सरकारी योजना शुरू नहीं होने के कारण हम सभी दैनिक मजदूरों व परिजनों में भोजन पर आफत पड़ गई थी। मार्च महीने में लॉकडाउन शुरू होने से एक महीना घर में बैठे रह गए। एक महीना घर में जो भी कुछ बचा था वह समाप्त हो गया। अब मनरेगा योजना में काम मिलने से पेट भरने में दिक्कत नहीं होगी।
प्रखंड प्रोग्राम पदाधिकारी प्रदीप टप्पो ने बताया कि प्रखंड की 15 पंचायत में 280 मनरेगा योजना में 2,422 मजदूर विभिन्न योजना में कार्यरत हैं। सभी मजदूरों को डीबीटी के माध्यम से बैंक खाता में मजदूरी का पैसा जाता है।