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बॉटम - शहर की आधे हिस्से में रात से ही ब्लैक आउट

जामताड़ा : शहर के दो नंबर फिडर में गत 20 घंटा से बिजली गुल रहने के कारण जामताड़ा नगर पंचायत के आधा शहर

By JagranEdited By: Published: Thu, 22 Jun 2017 01:02 AM (IST)Updated: Thu, 22 Jun 2017 01:02 AM (IST)
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जामताड़ा : शहर के दो नंबर फिडर में गत 20 घंटा से बिजली गुल रहने के कारण जामताड़ा नगर पंचायत के आधा शहरी क्षेत्र में हाहाकार मचा हुआ है। रात भर के बाद देर शाम तक बिजली गुल रहने से लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। चेंबर ऑफ कामर्स भी गरम है। लगातार बिजली गुल रहने से रिहाइशी इलाकों में कृत्रिम जलसंकट भी उत्पन्न हो गया है। कुआं व अन्य जल स्त्रोतों में पानी रहने के बावजूद लोग मोटर से पानी अपनी टंकी में नहीं चढ़ा पा रहे हैं। ऐसे रात नौ बजे तक बिजली मिलने की उम्मीद है। बिजली आपूर्ति ठप होने के कारण जहां शहरवासियों को अंधेरी रात उमसभरी गर्मी में काटनी पड़ी। बिजली पर निर्भर संस्थान व प्रतिष्ठान बुधवार को दिन भर ठप रहा। शहर के पीएचइडी फीडर व मिहिजाम फीडर में बिजली आपूर्ति की स्थिति भी ¨चताजनक है। शेष अन्य फिडरों में बिजली की आंखमिचौनी जारी है।

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--आंधी-पानी के बाद आई आफत : मंगलवार देर शाम हुए आंधी पानी के बाद से ही जामताड़ा शहर के फीडर नंबर दो व पीएचइडी एवं मिहिजाम फीडर में बिजली आपूर्ति आपूर्ति ठप है। संकट से आजीज उपभोक्ता कभी दूरभाष पर अधिकारी व बिजली मिस्त्री से संपर्क करते रहे तो कभी बिजली नियंत्रण कार्यालय का चक्कर लगाते रहे। लेकिन किसी प्रकार का लाभ उपभोक्ताओं को नही मिला। मंगलवार रात नौ बजे छह में से तीन फीड़र में बिजली आपूर्ति ठप है। विभागीय लाख प्रयास के बाद भी रात्रि अवधि में तीन में से किसी भी फीडर में बिजली आपूर्ति शुरू नहीं हो पाई। रात एक बजे फीडर एक में लाइन दी गई। दोपहर 12:50 बजे मिहिजाम फीडर को चालू तो किया गया लेकिन डेढ़ घंटा के बाद पुन: लाइन ठप हो गई। शाम तक बिजली विभाग बिजली आपूर्ति चालू करने में जुटा रहा।

-- विद्युत स्टेशन में अर्थ वायर जला : विद्युत स्टेशन में स्थापित चार नंबर के पांच केबीए क्षमता वाले ट्रांसफार्मर में लगे अर्थ वायर अचानक मंगलवार रात नौ बजे जल जाने के कारण ब्लैक आउट की स्थिति उत्पन्न हुई है। जलने के दौरान स्टेशन में अफरातफरी मच गई। दो नंबर फीडर में बिजली आपूर्ति ठप हो गई। इसी प्रकार मिहिजाम एवं पीएचइडी फीडर की बिजली आपूर्ति को 33000 लाइन में कई स्थानों पर तकनीकी गड़बडी उत्पन्न होने से बिजली आपूर्ति उक्त फिडरों में भी ठप रही। देर रात जेइ, एइ समेत विभागीय बिजली मिस्त्री ने दो नंबर फिडर में अर्थ वायर को बदलने का प्रयास तो किया लेकिन सफल नहीं हो पाए। सूचना पाकर बुधवार सुबह दुमका के मीटर एंड रिले टे¨स्टग टीम के तकनीशियन ने पहुंच कर जले अर्थ वायर को बदलने का कार्य आरंभ किया जो देर शाम तक जारी था। बिजली मिस्त्री पीएचइडी फीडर की बिजली लाइन की पेट्रो¨लग कर रहा है लेकिन लाइन क्षतिग्रस्त स्थान को ढूंढ नहीं पाया है। मिहिजाम फीडर में आपूर्ति दुरुस्त करने का प्रयास जारी है।

--तीन हजार उपभोक्ता परेशानी में : दो नंबर बिजली फीडर से शहर के तीन हजार उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति की जाती है। तीन हजार उपभोक्ताओं में से चार सौ उपभोक्ता व्यावसायिक कनेक्शन लिये हैं। उनका व्यवसाय बिजली आपूर्ति पर ही निर्भर है। इसी प्रकार पीएचइडी फीडर पर शहरी जलापूर्ति आश्रित है। इसी फिडर के माध्यम से शहर में जलापूर्ति कार्य संपन्न किया जाता है। बिजली के अभाव में पेयजल आपूर्ति ठप है।

--आक्रोशित चेंबर : चेंबर्स ऑफ कामर्स के सचिव संजय अग्रवाल ने कहा कि आये दिन बिजली संकट से व्यवसाय चौपट हो रहा है। विभाग निर्बाध बिजली आपूर्ति करे। अन्यथा व्यवसायी व आम लोग आक्रोश पूर्ण प्रदर्शन करने से पीछे नहीं रहेंगे। कहा बिजली से घरेलू कार्य के अलावा व्यावसायिक प्रतिष्ठान व संस्थान बंद रखना पड़ता है।

-- क्या कहते हैं पदाधिकारी : मंगलवार देर शाम आंधी-पानी के साथ हुए थडं¨रग से बिजली आपूर्ति लाइन में दर्जनों स्थानों पर गड़बड़ी हुई है। क्षतिग्रस्त लाइन की मरमत को ले त्वरित गति से कार्य चल रहा है। देर शाम तक पीएचइडी व दो नंबर फिडर भी चालू हो जायेगा। बिजली विभाग में कार्यबल की कमी है। दैनिक बिजली मिस्त्री का सहारा लेना पड़ रहा है। ---अनूप कुमार बिहारी,कार्यपालक अभियंता बिजली विभाग।


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