प्यार, इन्कार और इकरार: जेल जाने की नौबत पर भरी शादी की हामी
युवती ने लोक-लाज का हवाला देते हुए शादी की बात कहीं तो पहले तो टाल-मटोल करता रहा और जब दबाव बना तो इन्कार कर गया।
गालूडीह, जेएनएन। प्यार, इन्कार और इकरार। जी हां, पहले तो काफी ठसक दिखलाई, लेकिन जब लगा कि जेल की हवा खानी पड़ेगी तो शादी की हामी भर दी। शादी की तारीख भी तय हो गई है।
पूर्वी सिंहभूम के जिला मुख्यालय जमशेदपुर से कोई 40 किलोमीटर दूर घाटशिला अनुमंडल के गालूडीह थाना के जोड़सा पंचायत के पिंद्राबाद गांव की युवती और खड़ीयाडीह गांव के युवक संजय महतो की नजरें मिली और उसके बाद एक-दूसरे के करीब आ गए। युवक ने सात जन्मों के बंधन में बंधने के वादे किए तो युवती आगे-पीछे की सोचे बगैर इज्जत उसके हवाले कर दी। लेकिन उसे क्या पता था कि युवक उसके साथ छल कर रहा है। दोनों के संबंध जारी रहे। जब युवती ने लोक-लाज का हवाला देते हुए शादी की बात कहीं तो पहले तो टाल-मटोल करता रहा और जब दबाव बना तो इन्कार कर गया।
पंचायत की भी नहीं सुनी
युवती ने कहानी परिवार वालों को बताई तो पंचायत में मामले को रखा गया। पंचायत ने युवक को बुलावा भेजा। लेकिन युवक ने पंचायत का नोटिस लेने से मना कर दिया। इसके बाद मामला पुलिस तक पहुंचा और मामला दर्ज किया गया।
पुलिस की पहल पर समझौता
मामला पुलिस में पहुंचने के बाद युवक गांव से फरार हो गया। तब पुलिस ने परिजनों पर दबाव बनाया। परिजनों के समझाने पर युवक थाने पहुंचा। थाना प्रभारी ने जब बताया कि उसे जेल जाना पड़ेगा और जेल से निकलना मुश्किल होगा अन्यथा युवती से सुलह कर ले। अंजाम से अवगत होने के बाद युवक शादी को तैयार हो गया। शादी की तारीख सात मार्च मुकर्रर की गई।