Move to Jagran APP

क्षमता विकास कार्यशाला में शिक्षकों को बताए गए तनाव से दूर रहने के उपाय

आज के मनुष्य का व्यस्ततम एवं तनाव ग्रस्त जीवन से छुटकारा पाने के लिए विभिन्न प्रभावशाली उपाय के बारे में चर्चा हुई।

By JagranEdited By: Published: Tue, 27 Oct 2020 10:40 PM (IST)Updated: Tue, 27 Oct 2020 10:57 PM (IST)
क्षमता विकास कार्यशाला में शिक्षकों को बताए गए तनाव से दूर रहने के उपाय
क्षमता विकास कार्यशाला में शिक्षकों को बताए गए तनाव से दूर रहने के उपाय

जासं, जमशेदपुर : मानगो स्थित वर्कर्स कालेज में मंगलवार को तीन दिवसीय क्षमता विकास कार्यशाला शुरू हुई। यह कार्यशाला कालेज की इंटरनल क्वालिटी एश्यूरेंस सेल (आइक्यूएसी) द्वारा आयोजित की गई। पहले सत्र में मेंटल हेल्थ एंड स्ट्रेस मैनेजमेंट विषय पर निमंत्रित रिसोर्स पर्सन डा. मनोज कुमार महापात्र का व्याख्यान हुआ, जिसमें आज के मनुष्य का व्यस्ततम एवं तनाव ग्रस्त जीवन से छुटकारा पाने के लिए विभिन्न प्रभावशाली उपाय के बारे में चर्चा हुई। सबसे पहले डा. महापात्र, मनुष्य का तनाव का कारण के संबंध में जानकारी दिए और उन कारणों का विश्लेषण करते हुए उसके निदान के लिए कुछ प्रभावशाली सूत्र बताए।

loksabha election banner

द्वितीय सत्र का विषय था पर्सनाल्टी एंड साइकोलाजी आफ लरनर्स। इस सत्र में रिसोर्स पर्सन के रूप में स्वयं प्राचार्य डा. सत्यप्रिय महालिक थे। उन्होंने आज के विद्यार्थियों का व्यक्तित्व के बारे में चर्चा किया। अध्ययन काल में महाविद्यालयों में विद्यार्थियों की समस्याओं के बारे में विस्तार पूर्वक विश्लेषण किया। वह आज के विद्यार्थियों का मानसिकता एवं अध्ययन के प्रति उनकी रुचि इत्यादि के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी एवं विद्यार्थियों के भीतर अपने प्रतिभाओं की खोज करते हुए उसके विकास के लिए बहुत सारे उपायों के बारे में चर्चा की, जो प्रतिभागी शिक्षकों के लिए बहुत ही ज्ञानवर्धक रहा। कार्यक्रम का संचालन आइक्यूएसी के कोऑर्डिनेटर प्रोफेसर सुभाष चंद्र दास ने किया ।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.