Fight Against Corona : कोरोना से लड़ाई में किरण, सौभाग्य और आशा बनी सारथी
Fight Against Corona. कोरोना वायरस से लड़ी जा रही लड़ाई में किरण सौभाग्य और आशा कोरोना योद्धाओं की सारथी बनकर अहम भूमिका निभा रही हैं।
चाईबासा, सुधीर पांडेय। Covid 19 कोरोना वायरस से लड़ी जा रही लड़ाई में किरण, सौभाग्य और आशा कोरोना योद्धाओं की सारथी बनकर अहम भूमिका निभा रही हैं। आप सोच रहे होंगे कि किरण, सौभाग्य और आशा आखिर हैं कौन? तो हम आपको बता दें कि ये तीनों कोई महिला नहीं बल्कि महिलाओं के समूहों के नाम हैं। इनका संचालन स्टील अथॉरिटी आफ इंडिया लिमिटेड (सेल) करती है।
इन तीनों महिला स्वयं सहायता समूहों ने मिलकर करीब नौ हजार मास्क तैयार किए हैं। इनका वितरण सेल ने जरूरतमंदों के बीच कर भी दिया है। हाल ही में सेल के किरीबुरू सेंटर किरण ने तो मात्र 4 दिनों के भीतर पांच हजार मास्क तैयार कर पीएमओ को भेजे हैं। आरएमडी सेल की ओर से बताया गया कि सेल संपोषित महिलाओं के स्वयं सहायता समूह केंद्रों ने बहुत कम समय की सूचना पर भारी मात्रा में मास्क का निर्माण कर दिखाया। इन समूहों में क्रमशः किरीबुरू, मेघाहाताबुरु एवं गुवा के केंद्र 'किरण', 'सौभाग्य', तथा 'आशाएं' ने दूर-दराज के क्षेत्रों के लिए तत्काल जरूरी मास्क की आवश्यकता को बहुत कम समय में पूरा किया।
चार दिन में तैयार किए पांच हजार मास्क
किरीबुरू के सेंटर 'किरण' ने तो मात्र 4 दिनों में पीएमओ की जरूरत के मद्देनज़र पांच हजार मास्क तैयार कर भेजा। यहां बता दें कि सेल रॉ मटेरियल डिवीज़न (आरएमडी ) की खदानों द्वारा झारखंड, ओडिशा एवं मध्यप्रदेश के दूर दराज के गांवों में कोविड 19 को लेकर जन जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है।
पश्चिमी सिंहभूम में हर दिन 1000 लोगों को खाद्य पदार्थ उपलब्ध करा रही सेल
सेल की झारखंड अवस्थित किरीबुरू, मेघाहाताबुरु, गुवा एवं मनोहरपुर खदानों के आसपास के वैसे सभी गांवों में कोविड 19 के संक्रमण से बचाव के लिए लगातार अभियान चला रही है जो राज्य के अत्यंत सुदूर इलाकों में बसे हैं। सेल की इन खदानों द्वारा स्थानीय स्तर पर गांव में बड़े पैमाने पर जागरूकता अभियान के साथ वहां सैनिटाइजेशन का काम किया जा रहा है। इसके अलावे लॉक डाउन की अवधि में सीएसआर प्रोग्राम के अन्तर्गत इन सभी गांव में लगभग 1000 ग्रामीणों को खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराया गया जो काम लॉकडाउन बढ़ने की अवधि तक जारी रहेगा।
बोलानी, बरसुवा व कालटा में भी चल रहा राहत का काम
इसी प्रकार बोलानी, बरसुवा एवं कालटा की ओडिशा राज्य में स्थित खदानें भी समान तरह से सक्रियता दिखाते हुए आसपास के ग्रामीणों की देखभाल के लिए सतत काम कर रही है। गांव में मास्क और सैनिटाइजर का निश्शुल्क वितरण और इस महामारी से बचाव के लिए जागरूकता और शिक्षा के प्रसार को सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ लॉक डाउन में फंसे लोगों को भोजन उपलब्ध कराने की दिशा में काम चल रहा है।