यहां की दुर्गा पूजा है खास: भक्ति से निकल रही नारी सशक्तीकरण की ज्वाला
दुर्गा पूजा जैसे एक बड़े धार्मिक आयोजन को कर महिला समिति ने समाज की तमाम महिलाओं को लिए मिसाल कायम की है।
घाटशिला(जेएनएन)। जी हां, यहां की दुर्गा पूजा कई मायनों में खास है। पूर्वी सिंहभूम के घाटशिला अनुमंडल के मउभंडार में मां दुर्गा की भक्ति आराधना से नारी सशक्तीकरण की ज्वाला निकल रही है। यहां की पूजा कमेटी महिलाओं की प्रेरणास्त्रोत बन गई।
महिलाओं की है कमेटी
कमेटी की इस खासियत की ज्यादा चर्चा होती है कि यह महिलाओं की कमेटी हैं। दुर्गा पूजा जैसे एक बड़े धार्मिक आयोजन को कर महिला समिति ने समाज की तमाम महिलाओं को लिए मिसाल कायम की है। सार्वजनिक दुर्गा पूजा कमेटी महिला समिति द्वारा प्रत्येक वर्ष मउभंडार बारी मैदान में भव्य रूप से मां दुर्गा की पूजा-अर्चना की जा रही है। यहां भव्य पंडाल का निर्माण कर मां की पूजा- अर्चना होती है। पूजा आयोजन के लिए धन एकत्र करने से लेकर पंडालों के सजावट व सारे विधि-विधान की जिम्मेदारी महिलाओं के कंधों पर होती है।
समाज को संदेश
क्षेत्र की घरेलू महिलाएं इस पूजा कमेटी से जुड़ कर नारी सशक्तीकरण की मिसाल पेश कर रही हैं। ये दुर्गा पूजा के माध्यम से समाज के अन्य महिलाओं को नारी सशक्तीकरण का संदेश दे रही है। महिला समिति की अध्यक्ष आरती दत्ता व महासचिव रूबी सिंह ने बताया कि महिलाओं के इच्छाशक्ति व मां दुर्गा की शक्ति के बदौलत ही हम सब मिलकर इतने बड़े आयोजन को कर पाते हैं। पूजा-अर्चना में महिलाओं की सहभागिता बढ़-चढ़ कर है। हम समाज को एक संदेश देना चाहते हैं कि महिलाएं अगर मजबूत इच्छाशक्ति के साथ आगे बढ़े तो हर काम कर सकती हैं। आज देश में बेटियां हर क्षेत्र में परचम लहरा रही हैं। मां की पूजा-अर्चना में आम लोग भी हमे भरपूर मदद करते हैं।
विसर्जन तक की जिम्मेदारी उठाती महिलाएं
दुर्गा पूजा के दौरान मउभंडार बारी मैदान में कई तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता हैं। इन कार्यक्रमों को सफल बनाने में महिला समिति के सदस्यों की अहम भूमिका होती है। इतना ही नहीं पूजा के बाद विसर्जन तक भी जिम्मेदारी महिला समिति के कंधों पर रहती है। विसर्जन यात्रा में महिलाएं पूजा पंडाल से लेकर स्वर्णरेखा नदी घाट तक जाती हैं।