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ई रुपी आखिर क्या है, अब स्मार्टफोन या बैंक में खाते की भी नहीं है जरूरत

अगर हम कहीं खरीदारी करने जाते हैं तो ऑनलाइन पेमेंट करने के लिए बैंक में खाता होना जरूरी होता है। केंद्र सरकार ने हाल ही में ई रुपी लांच किया है जहां ना तो आपको स्मार्ट फोन की जरूरत होगी और ना ही बैंक खाता का झंझट।

By Jitendra SinghEdited By: Published: Fri, 06 Aug 2021 09:11 AM (IST)Updated: Fri, 06 Aug 2021 09:14 AM (IST)
ई रुपी आखिर क्या है, अब स्मार्टफोन या बैंक में खाते की भी नहीं है जरूरत

जमशेदपुर : कोविड 19 के बाद देश में डिजिटल क्रांति सी आ गई है। अब अधिकतर दुकान या प्रतिष्ठान में हमने देखा है कि दुकान के बाहर क्यूआर कोड है उसे सामान खरीदने वाला ग्राहक अपने मोबाइल के संबधित एप की मदद से स्कैन करता है और पासवर्ड डालकर पेमेंट कर देता है। लेकिन इसके लिए आपके पास स्मार्टफोन और बैंक में खाता भी होना जरूरी है।

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देश के कई सुदूर इलाकों में अब भी कई ऐसे लाेग हैं जिनके पास न स्मार्टफोन है और न ही बैंक में खाता। ऐसे लोगों के लिए सोचते हुए केंद्र सरकार ने ई-रुपे लांच किया है। जिसका उद्देश्य प्रारंभिक चरण में स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं में इसका इस्तेमाल करना है। झारखंड के कई जिलों में अब भी कई लोगों के पास स्मार्टफोन नहीं है। ऐसे में यहां के लोगों के लिए यह बेहद कारगार साबित हो सकता है तो आइए जानते हैं कि यह कैसे काम करेगा और कैसे इसका उपयोग कर सकते हैं।

इन आठ बैंकों के साथ लिंक

केंद्र सरकार की ई-रुपे योजना देश के आठ राष्ट्रीयकृत बैंकों के साथ लिंक है। इसमें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, केनरा बैंक, इंडसइंड बैंक और आईसीआईसीआई बैंक शामिल हैं।

कैसे कर सकते हैं ई-रुपे का इस्तेमाल

ई-रुपे को भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम ने वित्तीय सेवा विभाग, स्वास्थ्य मंत्रालय और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के सहयोग से विकसित किया है जिसे पिछले दिनों ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लांच किया है। जो पूरी तरह से कैशलेस भुगतान को बढ़ावा देगा। आपको याद होगा कुछ समय पहले जब हम अपना मोबाइल का प्रीपेड नंबर रिचार्ज कराते थे तो हमें अपने द्वारा चुनी हुई राशि के लिए एक स्क्रैच कार्ड मिलता था। उसमें कोड को अपने मोबाइल पर डालने पर उक्त राशि हमारे मोबाइल के बैलेंस में एड हो जाती है। ई-रुपये भी ठीक वैसे ही काम करता है। ये वाउचर ई-गिफ्ट कार्ड की तरह होते हैं जो प्रीपेड है। कार्ड का कोड एसएमएस के माध्यम से ग्राहक तक पहुंचेगा या फिर ओआर कोड से यह एक्टिवेट हो जाएगा। इस कार्ड की मदद से आप प्रीपेड वैक्सीन सुविधा का लाभ उठा सकते हैं या चयनित मेडिकल स्टोर से दवा खरीद सकते हैं।

बैंक में खाता से लिंक करने की जरूरत नहीं

ई-रुपे पूरी तरह से प्रीपेड है यानि इस सुविधा का उपयोग करने के लिए आपको अपने बैंक खाते के हाेने या उससे लिंक करने की जरूरत नहीं है। संबधित बैंकों मं जाकर आप ई-रुपे के लिए नगद भुगतान कर उतनी राशि का कार्ड प्राप्त कर सकते हैं।

इसका इस्तेमाल फिलहाल स्वास्थ्य संबंधी भुगतान के लिए किया जाएगा। कोई कॉरपोरेट कंपनी चाहे तो अपने कर्मचारियों को भी उनके वेतन का एक हिस्सा वाउचर के माध्यम से भुगतान कर सकती है। केंद्र सरकार ने पहले ही कहा था कि वैक्सीन के लिए ई-वाउचर का विकल्प लाया जाएगा। यहां किसी निजी अस्पताल में टीकाकरण के लिए ई-वाउचर से भुगतान किया जा सकता है। यदि कोई चाहे तो इसे किसी को गिफ्ट भी दे सकते हैं। किसी अस्पताल में इसे भुगतान के लिए आपको केवल संबधित कार्ड का कोड नंबर ही बताना होगा।


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