Move to Jagran APP

Weekly News Roundup Jamshedpur : ... और हनक हो गई कम, पढ़‍िए पुलिस महकमे की अंदरूनी खबर

Weekly News Roundup Jamshedpur. पहले जहां एसी कार में आना-जाना होता था। समय पर खाने-पीने की आजादी थी। वह एक ही झटके में बदल गया है।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Thu, 09 Apr 2020 09:17 AM (IST)Updated: Thu, 09 Apr 2020 09:17 AM (IST)
Weekly News Roundup Jamshedpur : ... और हनक हो गई कम, पढ़‍िए पुलिस महकमे की अंदरूनी खबर

जमशेदपुर,अन्‍वेष अंबष्‍ठ।Weekly News Roundup Jamshedpur  कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के इस दौर में पूर्वी सिंहभूम के एसपी ने 40 लोगों से अंगरक्षक वापस ले लिया है। इनमें नेता से लेकर कई वीआइपी शामिल हैं। पुलिस की इस कवायद से खलबली मची हुई है।

loksabha election banner

जो स्टेटस सिंबल के लिए अंगरक्षक लेकर चलते थे, भीड़ में अलग चेहरा दिखाते थे, समाज में हनक बनाए रखते थे, जरूरत पर अंगरक्षक का इस्तेमाल रौब झाड़ने के लिए किया करते थे, निजी काम कराया करते थे, अब उनकी चमक फीकी पड़ गई है। जनता यह संदेश सुनकर खुश है। पर, अंगरक्षकों की परेशानी यह है कि उन्हें पहले की तरह तय ड्यूटी नहीं करनी पड़ रही। पहले जहां एसी कार में आना-जाना होता था। समय पर खाने-पीने की आजादी थी। वह एक ही झटके में बदल गया है। अब जिले की विधि व्यवस्था संभालने की डयूटी में लगा दिए गए हैं। कोरोना के कारण ड्यूटी और कड़ी हो गई है।

गांव में सक्रिय हैं नेताजी

झारखंड में पंचायत चुनाव दिसंबर में होने की संभावना है। तारीख की अभी घोषणा नहीं हुई है। संभव भी नहीं है। इसी बीच कोरोना संक्रमण फैल गया। नेताओं को तो बस मौका चाहिए। अब इसी के बहाने हर नेता गांव में सक्रिय दिखने लगे हैं। चुनाव के बाद जो गांव की ओर नहीं ताकते, वे पगडंडी से होकर गांव की गलियों में हालचाल पूछने पहुंच रहे हैं। मुखिया, पार्षद और पंचायत प्रतिनिधियों को इलाके के ग्रामीण याद आ गए हैं। कोरोना ने मौका दे दिया है। जहां-जहां वोट मिलने की भरपूर संभावना है, वहां जाकर लोगों से भोजन और राशन की बात कर रहे हैं। पूछ रहे हैं कि कोई दिक्कत तो नहीं है। जता रहे हैं कि दुख की घड़ी में साथ हैं। खूब सेवा भाव दिखा रहे हैं। डीलर को भी राशन देने के लिए हड़का रहे हैं। कई नेता तो भंडारे का भी आयोजन कर रहे हैं।

उभर आया है अपनापन

देशव्यापी लॉकडाउन में मुख्यमंत्री के आदेश पर हर थाने में सामुदायिक किचन में ही खाना बन रहा है। पुलिस वाले इसका वितरण सुबह व शाम वितरण कर रहे हैं। पूरा अमला अभी गरीबों, असहाय लोगों को खाना, राशन पहुंचाने में लगा है। यह ड्यूटी का पार्ट बन गया है। अपनापन उभर आया है। वहीं, थाना क्षेत्र में चौक-चौराहे, बैरियर और गश्ती ड्यूटी में पुलिसकर्मी ड्यूटी करते नजर आते हैं। इनके लिए भोजन-पानी का कोई इंतजाम नहीं है। कड़ी धूप है। प्यास लगना वाजिब है। सो, इधर-उधर भटकने को बाध्य होते हैं। ऐसे में इनका सहारा बनते हैं सामाजिक संगठन। जो चाय-पानी, नाश्ता, भोजन पैकेट, फल और पानी सेवा भाव से उपलब्ध कराते हैं। हालांकि पुलिस वाले इससे दूरी बनाना चाहते हैं, लेकिन हालात ने पब्लिक व पुलिस को एक-दूसरे का पूरक बना दिया है। कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा खाकी वालों को सता रहा, वहीं शहर के लोगों को भी।

कोरोना को कोस रहे सट्टेबाज

आइपीएल क्रिकेट टूर्नामेंट इस बार टलने से सबसे ज्यादा परेशान जमशेदपुर शहर के सट्टेबाज हैं। इस खेल में टॉस से लेकर हर गेंद, रन और क्रिकेटरों पर दांव लगाने का मौका नहीं मिला। कोरोना संक्रमण ने मंसूबे पर पानी फेर दिया। यहां आलम यह रहता है कि मैच आरंभ होते ही गली व मोहल्लों से लेकर दफ्तर और होटलों तक सट्टेबाजी करने वाले सक्रिय दिखते हैं। जमशेदपुर के हर इलाके में सट्टेबाज मिल जाएंगे। इसमें कई कंगाल हो जाते हैं, तो कई मालामाल भी। कई बार तो छापेमारी में ये पकड़े भी जाते हैं। दिल्ली, मुंबई और दुबई में बैठे सट्टा बाजार के मास्टर स्थानीय एजेंट के माध्यम से यहां कारोबार फैलाए रहते हैं। कारोबारी से लेकर युवा व अपराधी प्रवृति के लोग इसमें खूब दिलचस्पी दिखाते हैं। अभी सब इस बात की प्रतीक्षा कर रहे हैं कि प्रतियोगिता की नई तारीख कब घोषित होगी। कोरोना को कोस रहे हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.