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शहीद चंद्राय सोरेन केे आठ साल के बेटे विवेक ने कहा- बड़ा होकर मैं भी बनूंगा पुलिस अफसर

शहीद का पार्थिव शरीर देख एक ओर जहां सभी की आंखे नम थी। वहीं मुखाग्नि देने के बाद तिरंथा थामे आठ साल के बेटेे विवेक ने जब कहा- मैं भी बड़ा होकर पुलिस अफसर बनूंगा।

By Vikas SrivastavaEdited By: Published: Mon, 20 Jul 2020 06:57 PM (IST)Updated: Tue, 21 Jul 2020 09:45 AM (IST)
शहीद चंद्राय सोरेन केे आठ साल के बेटे विवेक ने कहा- बड़ा होकर मैं भी बनूंगा पुलिस अफसर

सरायकेला/जमशेदपुर (जेएनएन)। कोल्हान प्रमंडल के सरायकेला जिले में शहीद की श्रद्धा में हजारो लोगों ने शीश झुकाए। लेकिन शहीद का पार्थिव शरीर देख एक ओर जहां सभी की आंखे नम थी। वहीं मुखाग्नि देने के बाद तिरंथा थामे आठ साल के बेटेे विवेक ने जब कहा- मैं भी बड़ा होकर पुलिस अफसर बनूंगा। तो उसकी बातों को सुन वहां मौजूद सभी गौरव से भर उठे। इससे पहले शहीद एएसआई चंद्राय सोरेन के तिरंगे में लिपटे पार्थिव शरीर के साथ सरायकेला पुलिस लाइन से रैली निकाली गई। पुलिस अधीक्षक मोहम्मद अर्शी और एसडीपीओ राकेश रंजन की मौजूदगी में पुलिस जवानों के साथ रैली शहीद चंद्राय के पैतृक गांव छोटा डालना के लिए रवाना हुई। इस दौरान दर्जनों की संख्या में नौजवान युवक भी हाथों में तिरंगे लिए बाइक से रैली में चलते हुए शहीद चंद्राय अमर रहे के जयकारे लगाते रहे। इस क्रम में जगह जगह पर शहीद चंद्राय को माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि भी दी गई। गांव की सीमा मे प्रवेश करते ही महिलाओं सहित समूचा गांव रो पड़ा।

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इस अवसर पर राज्य के परिवहन एवं आदिवासी कल्याण मंत्री चंपाई सोरेन ने भी शहीद चंद्राय के अंतिम दर्शन करते हुए माल्यार्पण कर उनके शहादत को नमन किया। गमगीन माहौल में रीति रिवाज करते हुए शहीद चंद्राय को शमशान की ओर ले जाया गया। जहां जिला पुलिस बल ने एसपी की अगुुुुुुवाई में शहीद चंद्राय को अंतिम सलामी दी। परंपरा अनुसार शहीद चंद्राय के 7 वर्षीय बेटे विवेक सोरेन ने अपने पिता को मुखाग्नि दी। श्रद्धांजलि कार्यक्रम के दौरान शहीद चंद्राय की पत्नी सुनीता सोरेन एवं 3 वर्षीय बेटी ज्योत्सना सोरेन सहित बड़े भाई कुंवर सिंह सोरेन, भाभी जमुना सोरेन, दोनों बहने जस्मी सोरेन एवं सुहागी सोरेन तथा ग्राम पंचायत के उप मुखिया राजाराम महतो, वार्ड मेंबर अलबेला किस्कू, माझी अर्जुन सोरेन सहित अन्य गणमान्य भी उपस्थित रहे।

27 जून को लगी थी गोली

साहिबगंज जिले के बरहेट थाना मेें पदस्थापित एएसआई चंद्राय सोरेन बीपी 27 जून को थाना अंतर्गत एक व्यवसाई के अपहरण कांड मामले में अपराधियों के गोली के शिकार हुए थे। इसके बाद उनका इलाज मेडिका अस्पताल में चल रहा था। जहां बीते शुक्रवार को इलाज के क्रम में उनका निधन हो गया।

पार्थिव शरीर से लिपट कर रोते हुए बार-बार बेसुध हो रही थी पत्नी

एएसआई चंद्राय सोरेन का पार्थिव शरीर जैसे ही अपने पैतृक गांव छोटा दावना पहुंचा गांव का पूरा माहौल गमगीन हो गया। तिरंगे से लिपटे चंद्राय का पार्थिव शरीर घर पहुंचते ही पत्नी सुनीता सोरेन एवं परिजन दहाड़ मार कर रोने लगे। अंतिम दर्शन के लिए आंगन में रखे पति के पार्थिव शरीर से लिपट कर सुनीता दहाड़ मारकर रोने लगी। रविवार को जैसे ही मौत की खबर परिवार को मिली। परिवार का रो रो कर बुरा हाल था। पार्थिव शरीर से लिपट कर सुनीता रोते रोते बार बार बेहोश हो रही थी। परिजन उसे सम्भाल रहे थे। चंद्राय की पत्नी ने रोते हुए कहा कि उसके पति ने अपराधियों से लोहा लेते हुए देश व राज्य के लिए अपना जान न्यौच्छावर कर दिया। मुझे मेरे बहादुर पति पर गर्व है। सरकार अपने बेटा बेटियों को भी अच्छी पढ़ाई लिखाई कराकर  देश की सेवा के लिए पुलिस में भेजूंगी। 

तिरंगा थामे बेटा विवेक ने कहा मैं भी पुलिस अफसर बनूंगा

शहीद चंद्राय सोरेन का आठ वर्षीय बेटा विवेक सोरेन ने पिता को मुखागिनी देने के बाद हाथ में तिरंगा थामकर कहा कि वह भी अपने पिता की तरह पुलिस अफसर बनकर देश व समाज की सेवा करंगे। कहा कि मेरा पिताजी बहादुर इंसान थे। हमें पिता की कुर्बानी पर गर्व है। 

मंत्री चम्पई सोरेन ने बलिदानी चंद्राय को दी श्रदांजलि, कहा सरकार शहीद परिवार के साथ

झारखंड सरकार के आदिवासी कल्याण एवं परिवहन मंत्री चम्पई सोरेन ने बलिदानी चंद्राय सोरेन को श्रदांजलि दी। चम्पई न केवल अंतिम संस्कर में शामिल हुए, बल्कि सरायकेला पुलिस लाइन से जब चंद्राय का शव पैतृक गांव लाया जा रहा था तो मंत्री का पूरा काफिला भी साथ मौजूद रहा। तिरंगे से लिपटा चंद्राय का शव गांव पहुंचते ही पूरा गांव गमगीन हो गया। हर कोई चंद्राय के मौत से दुखी था। मंत्री चम्पई सोरेन ने चंद्राय के पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर उसे नमन किया। मौके पर मंत्री चम्पई सोरेन ने कहा कि एएसआई चंद्राय सोरेन का मुठभेड़ में शहीद होना दुःखद घटना है। इस दुख की घड़ी में झारखंड सरकार शहीद परिवार के साथ खड़ी है। सरकार से हरसंभव मदद परिजनों को मिलेगी। चम्पई ने कहा चंद्राय का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। अपराधी मुख्यधारा में लौट आएं। अन्यथा बख्शा नहीं जाएगा। हमारी प्राथमिकता राज्य में एक बेहतर सुशासन देना है। जहां अपराध के लिए कोई जगह नहीं है। सभी लोग आपसी भाई चारे से मिलजुल कर रहें। 

चंद्राय का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा : एसपी

जिले एसपी मोहम्मद अर्शी ने एएसआई चंद्राय सोरेन को श्रदांजील अर्पित करते हुए कहा कि चंद्राय की ड्यूटी के अपराधियों की गोली से मौत होना सब पुलिसकर्मियों के लिए सबक है। चंद्राय की मौत पुलिस के लिए बड़ी क्षति है। चंद्राय का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। इस वक्त झारखंड पुलिस चंद्राय के परिवार के साथ खड़ा है। शहीद के परिवार को हर प्रकार की मदद पहुँचाई जाएगी।


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