विवेक के आश्रित को मिला पांच लाख मुआवजा व नौकरी
जासं जमशेदपुर टाटा स्टील के आइ ब्लास्ट फर्नेस में ठेका कंपनी यूनाइटेड एयर एक्सप्रेस (यूएइ)
जासं, जमशेदपुर : टाटा स्टील के आइ ब्लास्ट फर्नेस में ठेका कंपनी यूनाइटेड एयर एक्सप्रेस (यूएइ) के मृत कर्मचारी विवेक के आश्रित को पांच लाख रुपये मुआवजा, अंतिम संस्कार के लिए 25 हजार सचित ठेका कंपनी में नौकरी पर सहमति बनी। मंगलवार शाम टाटा स्टील में काम के दौरान विवेक कुमार को बेचैनी महसूस हुई। टाटा मुख्य अस्पताल (टीएमएच) ले जाने के क्रम में उसकी मौत हो गई।
विवेक के आश्रित को मुआवजा मिले इसके लिए टीएमएच में बुधवार सुबह से ही कवायद शुरू हो गई थी। सुबह दस बजे मृतक के आश्रित ठेका कंपनी से दस लाख रुपये मुआवजा और नौकरी की मांग की। बातचीत करने के लिए यूएइ कंपनी के संचालक दिनेश सोंथालिया फोन पर बातचीत कर रहे थे जबकि चैंबर के पूर्व अध्यक्ष सुरेश सोंथालिया व उनके भाई महेश सोंथालिया टीएमएच पहुंचे थे। यूएइ प्रबंधन विवेक के आश्रित को एक लाख रुपये मुआवजा देने की बात कहीं। प्रबंधन का कहना था कि विवेक की मौत किसी दुर्घटना में नहीं बल्कि प्राकृतिक थी। ऐसे में वे एक लाख रुपये ही मुआवजा दे सकते हैं। ज्यादा मुआवजा देने पर नई परंपरा शुरू हो जाएगी। ऐसे में परिजनों के बुलावे पर जिला परिषद सदस्य किशोर यादव पहुंचे। जिसके बाद प्रबंधन ढाई लाख रुपये मुआवजा देने को तैयार हुई, लेकिन किशोर यादव का कहना था कि शोक संप्तत परिवार ने घर में कमाने वाला खोया है इसलिए मुआवजा बेहतर मिले। इस पर भी प्रबंधन तैयार नहीं हुए तो उन्होंने कारखाना निरीक्षक को फोन कर बेहतर मुआवजा दिलाने की मांग की नहीं तो उनके कार्यालय परिसर पर धरना देने का दबाव बनाया। काफी बातचीत के बाद मृतक के आश्रित को पांच लाख रुपये मुआवजा, अंतिम संस्कार के लिए 25 हजार रुपये के अलावा ठेका कंपनी के ऑफिस में विवेक की पत्नी को नौकरी देने पर सहमति बनी। वहीं, सहमति बनने के बाद विवेक के कैनरा बैंक में प्रबंधन ने पांच लाख रुपये आरटीजीएस कर दिया है। इस मौके पर जिला पार्षद राना डे, कीताडीह के उप मुखिया संदीप शर्मा, समाजसेवी प्रमोद साहू, ललन यादव सहित अन्य भी उपस्थित थे।
मुआवजा मिलने के बाद हुआ अंतिम संस्कार : प्रबंधन द्वारा पैसा विवेक के बैंक खाते में भेजने व अंतिम संस्कार के लिए 25 हजार रुपये मिलने के बाद विवेक का पोस्टमार्टम हुआ। देर शाम साकची स्वर्णरेखा घाट पर विवेक का अंतिम संस्कार हुआ। विवेक को उनके तीन वर्ष के बेटे अंश ने मुखाग्नि दी।
यूएइ ने दी गाड़ियों व ड्राइवरों की जानकारी : विवेक की मौत के बाद कारखाना निरीक्षक द्वारा यूएइ प्रबंधन से सभी रोड स्वीपिंग वाली गाड़ियों की संख्या, उसके फिटनेस सर्टिफिकेट, ड्राइवरों व हेल्परों की सूची, उनके मेडिकल रिपोर्ट मांगी थी। बुधवार को प्रबंधन की ओर से ये सभी दस्तावेज कारखाना निरीक्षक कार्यालय में जमा करा दिए गए हैं। अब अधिकारियों द्वारा सभी वाहनों के फिटनेस व कर्मचारियों के स्वास्थ्य जांच की रिपोर्ट का अध्ययन किया जाएगा।