सड़क पर उतरे हजारों लोग, हत्यारोपित को हवाले करने की कर रहे थे मांग; चार घंटे बाद माने Saraikela News
जमीन विवाद में हत्या के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। हजारों लोग सरायकेला-कांड्रा मुख्य सड़क पर उतर गए। पुलिस से उनकी धक्का मुक्की तक हो गई। चार घंटा बाद जाम हटा।
सरायकेला, जेएनएन। कोल्हान प्रमंडल के सरायकेला-खरसावां जिले के वीरबांस गांव में पिछले दिनों भूमि विवाद में बुद्धेश्वर महतो की हत्या के बाद गला रेतने की घटना से आक्रोश व्याप्त है। हजारों ग्रामीण मंगलवार को सड़क पर उतर गए। गुस्सा इतना कि पुलिस संग धक्का-मुक्की तक हो गई और हालात बेकाबू हो गए। कोई चार घंटे बाद समझाकर ग्रामीणों को सड़क जाम हटवाया जा सका।
ग्रामीण हत्यारोपित को हवाले करने की मांग कर रहे थे। मंगलवार सुबह गांव में लोगों ने जमकर विरोध किया था। लोग सरायकेला-कांड्रा मुख्य सड़क किनारे लोग खड़े हो गए थे और शव का अंतिम संस्कार नहीं करने पर अड़े थे।उनका कहना था कि पुलिस एक अन्य आरोपित अनवर की गिरफ्तारी सुनिश्चित करें, इसके बाद ही मृतक का अंतिम संस्कार किया जाएगा। तेजी से बढ़ रहे तनाव के मद्देनजर ड्रोन से इलाके की निगरानी की जा रही थी। पूरा गांव पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था। चारों तरफ पुलिस ही पुलिस नजर आ रही थी। सरायकेला के एसडीपीओ राकेश रंजन के नेतृत्व में जगह-जगह पुलिस निगरानी कर रही थी। बढ़ते तनाव के मद्देनजर एसडीओ बशारत कयूम भी घटनास्थल पर पहुंच चुके थे और सुरक्षा का जायजा ले रहे थे। एसडीओ बशारत कयूम ने अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सरायकेला से हालात के बारे में पूछताछ की थी। एक बजते-बजते ग्रामीण बेकाबू हो गए और पुलिस से उनकी धक्का-मुक्की शुरू हो गई।
राजनीतिक रंग न देने की अपील
सड़क जाम पर डटे लोगों से एसडीपीओ राकेश रंजन आग्रह करते रहे कि यह हत्या का मामला है और इसे राजनीतिक रंग न दें। उन्होंने भरोसा दिलाया कि आरोपित को जल्द से जल्द पकड़ कर सलाखों के पीछे भेजेंगे और उसे कड़ी से कड़ी सजा दिलाएंगे। आठ थाना की पुलिस घटनास्थल पर मौजूद रही। करीब चार घंटे बाद समझा-बुझाकर ग्रामीणों को सड़क से हटाया गया और जाम हटा। इसके बाद पुलिस-प्रशासन ने राहत की सांस ली।
सड़क पर उतरे ग्रामीण।
ड्रोन से हालात पर रखी जा रही नजर।
जाहरेथान की जमीन पर कब्जे केविरोध पर हत्या
जाहेरथान की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा करने का विरोध करने पर वीरबांस के युवक बुद्धेश्वर कुम्भकार की रविवार रात हत्या कर दी गई थी। रात दस बजे शिवरात्रि मेला देख कर घर लौट रहे बुद्धेश्वर पर पहले अंधाधुंध गोलियां चलाईं गई इसके बाद खेत में ले जाकर धारदार हथियार से गला रेत दिया गया था।
मुख्य आरोपित हे पकड़ से दूर
बुद्धेश्वर हत्याकांड मामले में नामजद आरोपित अख्तर हुसैन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मुख्य आरोपित बालीगुमा का शेख अनवर पुलिस की पकड़ से दूर है।
सड़क किनारे खड़े ग्रामीण।
ग्रामीणों के विरोध की सूचना के बाद मुस्तैद पुलिस जवान।
ग्रामीणों के विरोध की सूचना के बाद मुस्तैद पुलिस जवान।
दी गई थी जान से मारने की धमकी
बुद्धेश्वर कुंभकार की मां ललिता ने बताया था कि उनका बेटा ब्रिक्स इंडिया कंपनी में लेबर सप्लाई का काम करता था। जाहेरथान की जमीन को कार्तिक सरदार गलत तरीके से अख्तर व अनवर को बेच रहा था। जिसका पूरा गांव विरोध कर रहा था। जिसमें उनका बेटा भी था। 17 फरवरी को अख्तर व अनवर जाहेरथान की जमीन की मापी कराने आए थे। जिसका विरोध ग्रामीणों के साथ बुद्धेश्वर ने भी किया। दोनों ने बुद्धेश्वर को जान से मारने की धमकी दी थी। जिसे दोनों ने सच कर दिया।