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जेईई एडवांस का कोल्हान टॉपर बना जमशेदपुर का वैभव सेठ, पिता टाटानगर रेलवे स्टेशन के पूर्व पदाधिकारी

नारायणा आइआइटी/मेडिकल एकेडमी साकची के छात्र वैभव सेठ ने जेईई एडवांस की परीक्षा में कोल्हान टॉपर बने हैं। दो वर्ष पूर्व ही उनका पूरा परिवार कोटा शिफ्ट हो गया। उसे जेईई एडवांस में अखिल भारतीय स्तर पर 291वां रैंक प्राप्त हुआ है। वह लोयोला स्कूल का पूर्व छात्र है।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Fri, 15 Oct 2021 12:50 PM (IST)Updated: Fri, 15 Oct 2021 12:50 PM (IST)
जेईई एडवांस का कोल्हान टॉपर बना जमशेदपुर का वैभव सेठ, पिता टाटानगर रेलवे स्टेशन के पूर्व पदाधिकारी
अपने माता-पिता व बड़े भाई के साथ वैभव सेठ।

जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। जेईई एडवांस का परीक्षा परिणाम दशहर के दिन शुक्रवार को आइआइटी खड़गपुर ने निकाल दिया। कोल्हान की बात करें तो इस परीक्षा को 700 छात्रों ने दिया। इसमें से टाटानगर स्टेशन के पूर्व पदाधिकारी अभिमन्यु सेठ का बेटा वैभव सेठ कोल्हान टॉपर बनने में कामयाबी हासिल की है। उन्हें अखिल भारतीय स्तर पर 291वां रैंक प्राप्त हुआ है। दूसरे स्थान पर बारीडीह के चिकित्सक डा. राजेश के पुत्र आयुष कुमार रहे। आयुष को अखिल भारतीय स्तर पर 297वां रैंक प्राप्त हुआ है। जेईई एडवांस के टॉपरों को आइआइटीस में दाखिला मिलेगा। तीसरे स्थान पर कार्मेल जूनियर कॉलेज सोनारी के यश कुमार रहें। उन्हें अखिल भारतीय स्तर पर 431वां रैंक प्राप्त हुआ है।

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टॉपर वैभव ने कहा- एडवांस का सिलेबस आसान, लेकिन उसकी गहराई को समझने वाले को ही मिलती है सफलता

जेईई एडवांस के टॉपर वैभव सेठ ने कहा कि एडवांस का सिलेबस आसान रहता है। जेईई मेन से एडवांस की तैयारी मे पर्याप्त समय मिला, जिसका उन्हें फायदा भी मिला। वैभव ने बताया कि सिलेबस तो आसान रहता है, मगर उसकी गहराई को समझने वालों को ही इस परीक्षा में सफलता मिलती है। यह परीक्षा छात्रों की फिजिक्स, केमेस्ट्री व गणित के विषयों की गहराई का आकलन करती है। उसी आधार पर प्रश्न भी पूछे जाते हैं। उन्होंने कहा कि वह टॉप फाइव आइआइटीस से कंप्यूटर साइंस लेकर पढ़ना चाहते हैं। इसी फील्ड में अपने भाई श्रेयस की तरह की रिसर्च भी करेगा। वैभव को जेइइ मेन में अखिल भारतीय स्तर पर 401वां रैंक प्राप्त हुआ था। वह परीक्षा परिणाम से पूरी तरह संतुष्ट हैं। उसके पिता अभिमन्यु सेठ टाटानगर स्टेशन में रेलवे के पदाधिकारी थे। मां अनामिका सेठ बॉटनी की शिक्षिका है। वर्तमान में उनका पूरा परिवार कोटा शिफ्ट हो गया है। वैभव बताते हैं कि उसने लोयोला स्कूल से आठवीं तक की पढ़ाई की। उसके बाद दसवीं तक पढ़ाई मुंबई के एक स्कूल से तथा 12वीं की पढ़ाई कोटा से की। उसके पिता जब टाटानगर रेलवे स्टेशन में कार्यरत थे तो तब वे खासमहल स्थित रेलवे के आवास में रहते थे।

सेल्फ स्टडी के साथ फिजिकल फिटनेस पर भी रखा ध्यान

अपनी तैयारी के बारे में वैभव ने बताया कि कोविड के कारण घर में पूरा पढ़ने का मौका मिला। जेईई मेन के बाद जेईई एडवांस पर पूरा फोकस रहा। लगभग दस घंटे की पढ़ाई की विभिन्न प्रकार के प्रश्नों को लगातार हल करता था। वैभव ने बताया यहीं उनके लिए लाभदायक रहा। उसने कहा कि सेल्फ स्टडी भी काफी महत्वपूर्ण है। साथ ही वह रोज फिजिकल फिटनेस के लिए योगा करता था। रोजाना एक घंटा वे योगा करते थे। अपनी सफलता के बारे में उन्होंने कहा कि नारायणा जमशेदपुर के टेस्ट सीरीज ने उन्हें काफी मागदर्शन किया तथा ऑनलाइन क्लास ने उनका मनोबल बढ़ाया। पढ़ाई के दौरान वैभव रोजाना रिबिक्स क्यूब सोल्व करते थे। इससे उसकी दिगामी कसरत होती थी। यह कसरत जेईई मेन से लेकर एडवांस तक की परीक्षा में काम आया। उन्होंने छात्रों को संदेश दिया कि परीक्षा के समय लाइट खाना खाना चाहिए। ज्यादा खाने से परीक्षा देने में दिक्कत होती है। पढ़ाई को सामान्य ढंग से पढ़े और तनाव न लें। इंटरनेट मीडिया को सिर्फ पढ़ाई के लिए इस्तेमाल करें। यह आपको कई जानकारी देगी।


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