टीवी नरेंद्रन अगले पांच साल के लिए फिर बनेंगे TATA STEEL के एमडी
टाटा स्टील के वर्तमान एमडी टीवी नरेंद्रन अगले पांच साल और एमडी बने रहेंगे। इसपर 19 जुलाई को एजीएम में मंजूरी दी जाएगी।
जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। टाटा स्टील के ग्लोबल सीईओ सह एमडी टीवी नरेंद्रन के बेहतरीन पांच साल का कार्यकाल पूरा हो गया है। 19 जुलाई को कंपनी के एजीएम में शेयरधारकों से अनुमति के बाद उन्हें फिर अगले पांच साल के लिए कंपनी की बागडोर मिलेगी। टीवी नरेंद्रन न केवल इसके लिए तैयार हैं, बल्कि अगले पांच साल की कार्ययोजना भी बना ली है। एक अंग्रेजी अखबार को दिए गए इंटरव्यू में नरेंद्रन ने अपनी नई पारी में कंपनी के विस्तार के साथ ही कंपनी में कल्चरल बदलाव का संकेत दिए हैं।
एमडी ने कहा कि मेरे लिए पिछले पांच साल चुनौतियों से निपटने और टाटा स्टील की संरचनात्मक ताकत से निपटने के बारे में रहे हैं। वह गेंद लुढ़क रही है और लुढ़कती रहेगी। अगले पांच साल सांस्कृतिक मुद्दों और नए व्यवसायों के बारे में अधिक हैं। उन्होंने कहा कि नए व्यवसाय के बीच टाटा स्टील ने भारत में एक प्रमुख स्टील मेकर के लिए पहली बार स्क्रैप री-साइक्लिंग में कदम रखा है। नरेंद्रन ने कहा कि ये मेरे लिए बीज हैं, जिसे हम भविष्य के लिए रोप रहे हैं। नई वर्टिकल जिसे नई सामग्री व्यवसाय कहा जाता है यह फाइबर प्रबलित बहुलक का निर्माण करेगी जो ऑटो और बुनियादी ढांचे के क्षेत्रों में उपयोग की जाती है।
आरएंडडी में टाटा स्टील को दुनिया के टॉप 5 में शामिल करना है
कोसाथ ही उन्होंने कहा कि एक और बड़ी पहल आरएंडडी में टाटा स्टील को दुनिया में शीर्ष पांच में शामिल करना है। हमारे पास उस पर काम करने वाली एक टीम है उन्होंने परिवर्तन परियोजना के बारे में कहा कि कम से कम पांच साल लगेंगे। यदि आप दक्षिण कोरियाई स्टील मेकर पोस्को को देखते हैं, तो वे प्रौद्योगिकी में नहीं थे, लेकिन आज वे मार्केट लीडर में से एक है। एमडी ने कहा कि टाटा स्टील एक युद्धपोत है। आप इसे बिजली की नाव की तरह नहीं चला सकते। अब दुनिया अधिक अस्थिर होती जा रही है, इसलिए आपको फुर्तीला रहने की जरूरत है। मेरे लिए ये बदलाव हैं जो हम चाहते हैं। अगले कुछ वर्षों में टाटा स्टील को चलाने के लिए।
चुनौतियों पर की चर्चा
ज्ञात हो कि टीवी नरेंद्रन के लीडरशिप में पहला संकट नवंबर 2013 में कंपनी के घरेलू और दक्षिण पूर्व एशिया के व्यवसायों के नियंत्रण में आने के दो सप्ताह के भीतर आया। जमशेदपुर प्लांट में एक बड़ा विस्फोट हुआ था। यह कंपनी का मदर प्लांट है जिसकी सुरक्षा रिकॉर्ड और कर्मचारी कल्याण के काम मिसाल के रूप में पेश किए जाते हैं। बातचीत में नरेंद्रन ने कहा यह एक बहुत बड़ा मुद्दा था। ऐसा कभी नहीं हुआ था। अपने कार्यकाल की चुनौतियों के बारे में एमडी ने कहा इसके एक साल बाद सरकार ने खान और खनिज विकास और विनियमन अधिनियम पारित किया, जिसने अस्थायी रूप से टाटा स्टील की खानों को बंद कर दिया। कंपनी लौह अयस्क का आयात करने के लिए मजबूर हो गई। चीन दुनिया का सबसे बड़ा स्टील निर्माता और उपभोक्ता भी है। छह महीने के भीतर स्टील की कीमतें 2003 के स्तर पर चली गईं थी, जो अब धीरे-धीरे उबर रही है।