टीआरएफ के कर्मचारियों ने दी सामूहिक इस्तीफे की चेतावनी, इस वजह से हैं खफा Jamshedpur News
बोनस और ग्रेड रिवीजन लंबित रहने से नाराज टीआरएफ कर्मचारियों ने सामूहिक इस्तीफे की धमकी दी है। यूनियन अध्यक्ष ने भी नाराजगी को वाजिब करार दिया है।
जमशेदपुर, जासं। टीआरएफ में कर्मचारियों को बोनस नहीं मिलने से नाराज कर्मचारियों ने सामूहिक रूप से यूनियन की सदस्यता से इस्तीफा देने की चेतावनी दी है। टीआरएफ कर्मचारियों की जुबिली पार्क में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया।
कर्मचारियों का आरोप है कि वर्तमान यूनियन नेतृत्व उनकी मांगे पूरी करने में नाकाम है। ऐसे में वे उक्त यूनियन से इस्तीफा देकर बाहर होने में ही अपनी भलाई समझ रहे हैं। मालूम हो कि टीआरएफ में ओल्ड ग्रेड के कर्मचारियों का पहली अप्रैल 2015 से जबकि न्यू ग्रेड का पहली दिसंबर 2015 से ग्रेड रिवीजन लंबित है। अपनी शर्तों पर अड़ा है प्रबंधन
वहीं, कंपनी प्रबंधन ने घाटे में टीआरएफ होने का हवाला देते हुए सरकारी नियमों के तहत 21 हजार रुपये मासिक से कम वेतन पाने वाले कर्मचारियों को ही बोनस के रूप में 8.33 प्रतिशत देने की बात कह रहे हैं। जबकि यूनियन नेतृत्व सभी कर्मचारियों के लिए एक माह का वेतन देने की डिमांड कर रहे हैं। लेकिन प्रबंधन अपनी शतरे पर अड़ा है इसके कारण समझौता नहीं हो पाया है। इसके कारण ही कर्मचारियों में नाराजगी है। वहीं, कंपनी प्रबंधन तय सरकार नियमों के तहत गुरुवार को कर्मचारियों के खाते में बैंक का पैसा भेज सकती है।
ये कहते अध्यक्ष
कर्मचारियों की नाराजगी सहीं है। उनका ग्रेड रिवीजन चार वषरे से लंबित है। बोनस नहीं मिल पा रहा है तो उन्हें घर परिवार चलाने में परेशानी हो रही है। कर्मचारी विरोध करते हैं तो भी यूनियन कर्मचारियों के साथ है।
-राकेश्वर पांडेय, अध्यक्ष, टीआरएफ वर्कर्स यूनियन
गोविंदपुर की स्टील स्ट्रीप में बोनस पर जिच कायम
गोविंदपुर स्थित स्टील स्ट्रीप व्हील्स कंपनी में बोनस को लेकर अब तक जिच कायम है। कर्मचारी यूनियन 2018-19 में बेहतर मुनाफे के आधार पर बोनस की मांग कर रही है जबकि यूनियन नेतृत्व मंदी का हवाला देते हुए 8.33 प्रतिशत देने की बात कह रही है। इसके कारण यहां अब तक कर्मचारियों का बोनस समझौता नहीं हो पाया है। स्टील स्ट्रीप में पिछली बार स्थायी कर्मचारियों को 16 जबकि अस्थायी कर्मचारियों को 8.33 प्रतिशत के अलावे 800 रुपये का गिफ्ट कूपन मिला था। शहर के अधिकतर कंपनियों में बोनस समझौता हो चुका है, ऐसे में यहां कार्यरत कर्मचारियों में इसे लेकर नाराजगी है। यूनियन नेतृत्व ने उम्मीद जताई है कि गुरुवार को प्रबंधन के साथ एक बार फिर बोनस पर वार्ता हो सकती है।