जमशेदपुर, गुरदीप राज। वित्त मंत्री ने बजट में यह घोषणा कर दी है कि तेजस की तरह 150 प्राइवेट ट्रेनों का परिचालन शुरू किया जाएगा। हाई स्पीड ट्रेनों का परिचालन करने के लिए पटरियों की मजबूत स्थिति का होना भी जरूरतहै। तेजस की तरह हाई स्पीड ट्रेन के परिचालन को लेकर टाटानगर स्टेशन से गुजरने वाली हावड़ा-मुंबई मुख्य रेल मार्ग की करीब सौ वर्ष पुरानी पटरियों को दुरुस्त किया जा रहा है।
जहां पटरियां घिस गई है या जर्जर हो गई है वैसे पटरियों को हटा कर नई पटरियां बिछाई जा रही है। कमजोर पटरियों को ट्रैक से पूरी तरह से हटाने का काम टाटानगर व चक्रधरपुर मंडल से किया जा रहा है। क्योंकि इस मंडल में बिछाई गई पटरियों में ट्रेन 80 से 90 किलोमीटर प्रतिघंटा से ज्यादा स्पीड में नहीं चल पा रही थी। पटरियों को दुरुस्त करने से वर्तमान में 110 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से ट्रेनों का परिचालन शुरु कर दिया गया है। जिसको ध्यान में रखते हुए अब इन पटरियों को दुरुस्त करने का काम किया जा रहा है। जिसके तहत टाटानगर से झारसुगुड़ा के बीच 130 किलोमीटर प्रतिघंटा के हिसाब से ट्रेन का परीक्षण सफलता पूर्वक पूरा किया गया। एक माह के अंदर 130 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से ट्रेनों का परिचालन टाटानगर स्टेशन से शुरु हो जाएगा। 160 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से ट्रेनों का परिचालन करने का लक्ष्य रेलवे ने रखा है।
लगाए जा रहे ईटीसीएस सिस्टम
ट्रेन की स्पीड को बढ़ाने के लिए रेलवे द्वारा इलेक्ट्रानिक ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम (ईटीसीएस) लेवल टू सिस्टम को लगाया जा रहा है। इस सिस्टम से रेलवे 200 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से ट्रेन का परिचालन कर सकती है।
एक्सेल काउंटर डिवाइस का हो रहा इस्तेमाल
सीनी, कांड्रा व चांडिल के बीच रेलवे ने एक्सेल काउंटर डिवाइस पटरियों पर लगाया है। यह डिवाइस लगने से हाई स्पीड ट्रेन के परिचालन के दौरान किसी तरह की भी परेशानी होने पर तुरंत यह डिवाइस बताने लगेगा।
लगाए जा रही भारी पटरियां
ट्रेक में पहले 50 किलोग्राम (एक मीटर) की रेल लगाई गई थी। अब 65 किलोग्राम (एक मीटर तक) की भारी भरकम रेल लगाई जा रही है ताकि इस पर 130 किलोमीटर की रफ्तार से ट्रेन का परिचालन हो सके। वहीं रेलवे की भावी योजना 72 किलोग्राम की रेल को पटरियों पर लगाने की है। ताकि इन पटरियों पर 200 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से भी ट्रेन दौड़ाई जाए तो वह टस से मस न हो।
गोविंदपुर से टाटानगर स्टेशन तक बाउंड्रीवाल लगाया जाएगा
हाई स्पीड ट्रेन चलाने के लिए गोविंदपुर से टाटानगर स्टेशन तक सीमेंटेंड बाउंड्री वाल बनाया जाएगा। जिसकी योजना तैयार कर ली गई है। जल्द ही इसमें काम शुरु किया जाएगा। ट्रैक के दोनों ओर से बाउंड्री वाल होने से दुर्घटना का संभावना कम होगी।
रेलवे क्रासिंग बंद किए जाएंगे
हाई स्पीड ट्रेन को चलाने के लिए जोन के सभी रेलवे क्रासिंग को बंद किए जाने की योजना पर काम शुरु कर दिया गया है और उनके स्थान पर ओवर ब्रिज या सव का निर्माण के लिए सर्वे शुरु हो गया है। इसके साथ ही जीएमटी (ग्रास मेट्रिक टन )की क्षमता को बढ़ाया जा रहा है।
कर्व को मोडिफिकेशन किया जा रहा है
जिस जगह ट्रेन घुमावदार पोजिशन में चलती है वैसे जगहों की पटरियों को सीधा किया जा रहा है ताकि ट्रेन की स्पीड पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़े।