Jamshedpur News : एमजीएम में पहली बार हुई टोटल हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी, निजी अस्पताल मांग रहे थे तीन लाख
एमजीएम अस्पताल में पहली बार टोटल हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी हुई है। यह सर्जरी डा. जीएस बड़ाईक के नेतृत्व में नौ सदस्यीय चिकित्सकों की टीम ने की है। इस इलाज के आदित्यपुर की महिला से निजी अस्पतालों द्वारा तीन लाख रुपए की मांग की जा रही थी।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कालेज अस्पताल में पहली बार टोटल हिप रिप्लेसमेंट सर्जरी हुई है। हड्डी रोग विभागाध्यक्ष डा. जीएस बड़ाईक के नेतृत्व में नौ चिकित्सकों की टीम ने चार घंटे तक यह सर्जरी की। आदित्यपुर के बंतानगर निवासी सुनीता देवी बीते चार साल से इलाज के लिए दर-दर भटक रही थी लेकिन पैसा के अभाव में इलाज कहीं नहीं हो रहा था। हर जगह ढ़ाई से तीन लाख रुपये खर्च बताया जा रहा था। इसी क्रम में एक व्यक्ति ने आयुष्मान भारत योजना की जानकारी दी। इसके बाद सुनीता देवी एमजीएम आई और यहां उसे भर्ती किया गया। साथ ही आयुष्मान योजना के तहत उसका कार्ड बनाकर सर्जरी करने का भी निर्णय लिया गया। पीड़िता के पति अवधेश रजक कपड़ा मिस्त्री का काम करते हैं। उन्होंने कहा कि पत्नी को गिरने से उसकी हिप की हड्डी टूट गई थी। इसके बाद इलाज के अभाव में उसका हड्डी खराब हो गया था। इससे पत्नी की परेशानी लगातार बढ़ते ही जा रही थी। कुछ समझ में नहीं आ रहा था। उन्होंने कहा कि इलाज पर खर्च की राशि सुनकर इलाज की उम्मीद छोड़ दिया था, लेकिन आयुष्मान भारत योजना मेरी पत्नी के लिए संजीवनी बनकर आई। अगर, यह योजना नहीं होती तो शायद मेरी पत्नी का इलाज संभव नहीं हो पाता। पत्नी के इलाज के लिए मैं कई जगहों पर गया लेकिन कहीं मदद नहीं मिली।
हड्डी में खून की आपूर्ति हो गई थी कम
हड्डी रोग विभागाध्यक्ष डा. जीएस बड़ाईक ने बताया कि अवस्कुलर नेक्रोसिस (एवीएन) के कारण महिला के कुल्हे की हड्डी में खून की आपूर्ति कम हो गई थी। इस कारण वह सूखने लगी थी। पोषक तत्व और आक्सीजन हड्डी तक नहीं पहुंच पा रहा था और कोशिकाएं मरने लगी थी। ऐसी परिस्थिति में पीड़िता का टोटल हिप रिप्लेसमेंट करना अनिवार्य था। सर्जरी करने वाले टीम में डा. जीएस बड़ाईक, डा. वाई सांग्गा, डा. अभिषेक गुड़िया, डा. शुभंकर मंडल, डा. अमित कुमार, डा. सूरज उरांव, डा. राजन, सहायक मुकुल पोद्दार, नर्स कल्पना, नीलिमा शामिल हैं।