Top Jamshedpur News of the day, 08th May 2020, मास्टरमाइंड, पीएम केयर्स फंड, प्रेमिका की हत्या, बिखरे सैंपल
फाइनेंस कंपनी से लूट मामले में मास्टरमाइंड ठेकेदार पुत्र को पुलिस ने गिरफ़तार किया है। टाटा वर्कर्स यूनियन पीएम केयर्स फंड में बड़ी राशि देने की तैयारी में है।
जमशेदपुर (जेएनएन)। फाइनेंस कंपनी से एक लाख 40 हजार लूट मामले में मास्टरमाइंड निकले मझगांव के ठेकेदार हाजी जहांगीर के बेटे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। टाटा वर्कर्स यूनियन पीएम केयर्स फंड में बड़ी राशि देने की तैयारी में है। मनोहरपुर इलाके में प्रेमिका की हत्या कर रेल लाइन पर शव फेंकनेवाले प्रेमी को पुलिस ने गिरफ़तार कर लिया है। चक्रधरपुर में ब्लड सैम्पल ट्यूब बिखरे पड़े देखकर लोगों में कोरोना का खौफ समा गया।
फाइनेंस कंपनी से लूट मामले में मास्टरमाइंड मझगांव के ठेकेदार का बेटा गिरफ़तार
पश्चिमी सिंहभूम जिला अंतर्गत मझगांव में फाइनेंस कंपनी से एक लाख 40 हजार रुपए लूट मामले में मझगांव के ठेकेदार हाजी जहांगीर के मास्टरमाइंड पुत्र मो. सलीम को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। मझगांव थाना प्रभारी अकील अहमद ने कहा कि फाइनेंस कंपनी से एक लाख 40 हजार की लूट 8 अप्रैल 2019 को हुई थी। पुलिस ने इस मामले में मो. सलीम, मो. मुबारक, विक्की और लादेन को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। लूट कांड का मास्टरमाइंड मझगांव के ठेकेदार हाजी जहांगीर का बेटा मो. सलीम फरार चल रहा था। शुक्रवार को जानकारी मिली कि वह मझगांव आया हुआ है। इसके बाद पुलिस छापामारी कर उसे गिरफ्तार कर लिया। लूट की योजना में मुख्य किरदार सलीम ने ही निभाया था। उसी के कहने पर सभी अपराधी एक जगह पहुंचे थे और लूट की योजना बनाई। फाइनेंस कंपनी के मैनेजर को भी फोन कर दूसरे नाम से पैसा जमा करने के लिए बुलाया गया था। वारदात के दिन पुलिस की गतिविधि पर भी सलीम नजर रख रहा था। उसी ने लूट की रकम का बटवारा भी किया था।
पीएम केयर्स फंड में बड़ी राशि देने की तैयारी में टाटा वर्कर्स यूनियन
भारत की सबसे बड़ी और पुरानी यूनियन टाटा वर्कर्स यूनियन पीएम केयर्स फंड के साथ ही मुख्यमंत्री राहत कोष में बड़ी राशि देने की तैयारी में है। शुक्रवार की शाम इसे लेकर यूनियन के ऑफिस बियरर की बैठक होनी है। फिलहाल यूनियन के पास लगभग 39 करोड़ रुपये जमा पूंजी है। यूनियन के ऑफिस बियरर की पिछली दो बैठकों में सहायता राशि देने पर चर्चा हुई थी। महामंत्री सतीश कुमार सिंह सहित उपाध्यक्ष हरिशंकर सिंह, शत्रुघ्न राय और सहायक सचिव कमलेश सिंह इसके लिए तैयार नहीं हुए और बात टल गई। इन पदाधिकारियों का कहना था कि यूनियन के संविधान के अनुसार हर एक पदाधिकारियों को कितनी राशि खर्च करनी है, इसके लिए नियमावली है। आमसभा कर सदस्यों की मंजूरी लिए बगैर 50 से 60 लाख रुपये की सहायता राशि नहीं दी जा सकती। यह यूनियन मजदूरों का संगठन है और पूरा पैसा मजदूरों के चंदे से एकत्र किया गया है इसलिए अनुमति अनिवार्य है। वहीं, उपाध्यक्ष हरिशंकर ने टाटा स्टील का उदाहरण देते हुए कहा कि टाटा स्टील के एक-एक कर्मचारी ने एक दिन का वेतन दिया था। जितनी राशि जमा हुई उतनी ही राशि कंपनी प्रबंधन ने भी दी। पूरी राशि को पीएम केयर्स व झारखंड सरकार को दिया गया। यूनियन को भी कुछ ऐसी ही पहल करनी चाहिए। हर एक पदाधिकारी व 214 कमेटी मेंबरों से अंशदान लेना चाहिए। इससे जितनी भी राशि एकत्र होगी उतनी राशि यूनियन को अपने कोष से लेनी चाहिए। लेकिन अब चर्चा
मनोहरपुर इलाके में प्रेमिका की हत्या कर रेल लाइन पर शव फेंका
पश्चिमी सिंहभूम के मनोहरपुर इलाके से दिल दहलाने वाली घटना में एक प्रेमी कातिल बन बैठा और प्रेमिका की हत्या कर शव को रेल लाइन पर फेंक दिया। पुलिस ने हत्या के आरोपित युवक को गिरफ्तार कर लिया है। बुधवार को युवती का क्षत-विक्षत शव मनोहरपुर रेलवे स्टेशन के समीप रेल लाइन से बरामद किया गया था। मृतका की पहचान करा पुलिस जांच-पड़ताल में जुटी तो मौत की हकीकत सामने आ गई। युवती का सिर और दोनों हाथ कट गए थे। सुमन बरवा नाम की युवती मनोहरपुर के डिपो मुहल्ला की रहनेवाली बताई गई। नंदपुर गांव के डोंगाकाटा पानी टंकी मुहल्ला के किशन कुमार गोप के साथ पिछले कुछ महीनों से उसका प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों शादी भी करना चाहते थे। किशन के परिजन इसके लिए तैयार नहीं थे जबकि युवती शादी के लिए दबाव बना रही थी। इस बात को लेकर दोनों में नोंक-झोंक भी होती रहती थी। मंगलवार को भी सुमन और किशन के बीच झगड़ा हुआ। किशन आपा खो बैठा और दुपट्टे से गला दबाकर सुमन की हत्या कर दी। उसके बाद शव को रेल लाइन पर फेंक दिया। ट्रेन की चपेट में आने से सुमन के शव के टुकड़े-टुकड़े हो गए।
चक्रधरपुर में बिखरे मिले ब्लड सैम्पल ट्यूब, लोगों में समाया कोरोना का खौफ
पश्चिमी सिंहभूम के चक्रधरपुर में शुक्रवार को उस वक्त सनसनी फैल गई जब लोगों ने थाना रोड क्षेत्र में सैकड़ों की संख्या में ब्लड सैम्पल ट्यूब बिखरे देखे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बाइक सवार युवक सुबह आठ बजे के बाद थाना रोड से होकर गुजरते वक्त ब्लड सैम्पल ट्यूब यानी की प्लास्टिक की छोटी-छोटी ट़यूब सड़कों पर फेंकते हुए गए। इन ट्यूब पर खून की जांच कराने वालों के नाम भी लिखे थे। जानकारी मिलने के बाद पूरे थाना रोड समेत नगर भर में सनसनी फैल गई। जानकरी पर समाजसेवी बिनोद भगेरिया, बिनोद गुप्ता, शिव भगेरिया, सदानंद होता, वार्ड पार्षद दिनेश जेना आदि मौके पर पहुंचे। लोगों ने चक्रधरपुर थाना प्रभारी प्रवीण कुमार को जानकारी दी। थाना प्रभारी ने इसे प्रथम दृष्टया शरारती तत्वों की करतूत बताया। इस बीच सूर्या नर्सिंग होम के संचालक गौरीशंकर महतो भी पहुंचे। स्थानीय लोगों के अनुरोध पर उन्होंने मास्क व सर्जिकल ग्लव्स पहनकर ब्लड सैम्पल ट्यूब को पालीथिन बैग में समेटना शुरू कर दिया। इस दौरान पता चला कि करीब पौन किलोमीटर इलाके में ये ब्लड सैम्पल ट्यूब सैकड़ों की संख्या में बिखरे पड़े हैं। बहरहाल, कोरोना काल में शरारती तत्वों की करतूत से जहां चक्रधरपुर में सनसनी है, वहीं पुलिस-प्रशासन भी इस वाकये से हलकान है।