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Tokyo Olympics 2020 : भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने न्यूजीलैंड को 3-2 से किया पराजित, हरमनजीत का हरफनमौला प्रदर्शन

टोक्यो ओलिंपिक में शनिवार का दिन भारत के लिए दोहरी खुशी लेकर आया। भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने न्यूजीलैंड को 3-2 से पराजित किया वहीं दूसरी ओर भारतीय तीरंदाजों ने मिक्सड डबल्स स्पर्धा में चीनी ताइपेई को पराजित कर अंतिम आठ में जगह बना ली।

By Jitendra SinghEdited By: Published: Sat, 24 Jul 2021 08:35 AM (IST)Updated: Sat, 24 Jul 2021 01:30 PM (IST)
Tokyo Olympics 2020 : भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने न्यूजीलैंड को 3-2 से किया पराजित, हरमनजीत का हरफनमौला प्रदर्शन
भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने न्यूजीलैंड को 3-1 से किया पराजित, हरमनजीत का हरफनमौला प्रदर्शन

जमशेदपुर। विश्व रैंकिंग में चौथे स्थान पर रहने वाली भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने टोक्यो ओलिंपिक में मजबूत शुरुआत की। हरमनप्रीत सिंह के हरफनमौला प्रदर्शन की बदौलत भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने न्यूजीलैंड को 3-2 से पराजित कर अगले चक्र में स्थान पक्का कर लिया। हरमनप्रीत सिंह ने दो पेनाल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील किया। राउरकेला के रहने वाले मिडफील्डर वीरेंद्र लकड़ा का प्रदर्शन भी काबिलेतारीफ रहा।

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भारत की जीत के बाद जमशेदपुर से लेकर राउरकेला में खुशी की लहर देखी गई। जमशेदपुर स्थित नवल टाटा हॉकी अकादमी में कैडेट सुबह से ही मैच का इंतजार कर रहे थे। जैसे ही अंतिम सिटी बजी, भारत की जीत पर प्रशिक्षुओं ने जश्न मनाना शुरू कर दिया।

खेल के तीसरे मिनट में ही भारत को पेनाल्टी कॉर्नर का लाभ मिला। हालांकि रुपिंदर सिंह इस मौके को चूक गए। लेकिन छठे मिनट में न्यूजीलैंड ने वापसी की। पांचवें मिनट में भारतीय कप्तान मनप्रीत सिंह की स्टिक न्यूजीलैंड के डिफेंडर निक वुडस के चेहरे पर लग गई। न्यूजीलैंड को फाउल का लाभ मिला।

छठे मिनट में न्यूजीलैंड को मिली पहली सफलता

छठे मिनट में न्यूजीलेंड को पेनाल्टी कॉर्नर मिला, जिसे केन रसेल ने गोल में तब्दील करने में कोई गलती नहीं की। शुरुआती झटके ने भारत को झकझोड़ कर रख दिया। भारतीय टीम ने विरोधियों पर सामूहिक हमला करना शुरू किया।

रुपिंदर ने मुकाबले को बराबरी पर ला खड़ा किया

रुपिंदर पाल ने पेनाल्टी कॉर्नर से पहला पेनाल्टी स्ट्रोक हासिल किया। रुपिंदर ने शानदार गोल कर मुकाबले को 1-1 से बराबरी पर ला खड़ा किया। इसके बाद न्यूजीलैंड ने जवाबी हमला शुरू किया और भारतीय डिफेंडरों की कड़ी परीक्षा ली। 19वें मिनट में भारत के कप्तान मनप्रीत सिंह को वैकल्पिक खिलाड़ी ललित की ओर से लंबा पास मिला, जिसे वह गोल में तब्दील करने में नाकाम रहे।

24वें मिनट में हरमनप्रीत ने किया दूसरा गोल

24वें मिनट में एक बार फिर विवेक सागर को सुनहरा मौका मिला, लेकिन वह चूक गए। 26वें मिनट में भारत उस समय सफलता मिली, जब पेनाल्टी कॉर्नर पर हरमनप्रीत सिंह ने शानदार गोल कर भारत को 2-1 से बढ़त दिला दी। 32वें मिनट में एक बार फिर भारत को सुनहरा मौका मिला जब मंदीप सिंह ने सामने से आक्रमण करते हुए गेंद को दिलप्रीत सिंह की ओर बढ़ाया। लेकिन अंतिम समय में दिलप्रीत चूक गए।

हरमनप्रीत ने पेनाल्टी कॉर्नर को गोल में किया तब्दील

अभी इस झटके से न्यूजीलैंड संभल भी नहीं पाया था कि 33वे मिनट में भारत ने शानदार मूव बनाया। उसे पेनाल्टी कॉर्नर का लाभ मिला। लगातार दो गोल खाने के बाद न्यूजीलैंड काफी दबाव में था। हरमनप्रीत सिंह ने पेनाल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील कर भारत को 3-1 से बढ़त दिला दी। इस बढ़त के साथ ही भारत ने न्यूजीलैंड के डिफेंडरों की कड़ी परीक्षा लेनी शुरू कर दी।

43वें मिनट में न्यूजीलैंड ने किया गोल

3-1 से पिछड़ने के बाद भी न्यूजीलैंड ने धैर्य नहीं खोया और लगातार प्रयास करते रहा। 43वें मिनट में भारतीय रक्षा पंक्ति की कमजोरियों का फायदा उठाते हुए न्यूजीलैंड ने दबाव बनाया। निक विल्सन को पास मिला। निक ने बीरेंद्र लकड़ा को छकाते हुए गेंद स्टीफन जेनेस की ओर बढ़ाया। जेनेस ने भारतीय गोलकीपर श्रीजेश को छकाते हुए गेंद को गोलजाल में डाल दिया।

चौथे क्वार्टर में न्यूजीलैंड ने ली कड़ी परीक्षा

3-2 से सफलता हासिल करने के बाद चौथे क्वार्टर में न्यूजीलैंड की टीम दोहरे उत्साह के साथ मैदान पर उतरी। 47वें मिनट में अमित रोहिदास व ललित उपाध्याय ने दायीं ओर से हमला बोला, लेकिन न्यूजीलैंड के डिफेंडर पहले से ही सचेत थे। 49वें मिनट में लगातार तीन रेफरल लेने के बावजूद भारत को पेनाल्टी कॉर्नर का लाभ नहीं मिला।

श्रीजेश ने शानदार बचाव कर खतरे को टाला

58वें मिनट में न्यूजीलैंड को बैक टू बैक पेनाल्टी कॉर्नर मिला। भारतीय टीम की सांसे अटकी हुई थी। 59वें मिनट में केट रसेल ने शक्तिशाली शॉट जड़ा। गेंद गोल पोस्ट के टॉप लेफ्ट कॉर्नर की ओर बढ़ी। लेकिन भारतीय गोलकीपर श्रीजेश ने फुल डाइव लगाते हुए शानदार बचाव कर इस खतरे को टाल दिया। कुछ देर बाद श्रीजेश ने एक और अच्छा बचाव किया। 60 वें मिनट में न्यूजीलैंड को एक और पेनाल्टी कॉर्नर मिला। सांस थमा देने वाले इस मुकाबले में न्यूजीलैंड के ह्यूगो इंग्लिश के पास गोल करने का अच्छा मौका था, लेकिन भारतीय डिफेंडरों ने शानदार बचाव किया।

भारतीय हॉकी टीम का रहा है समृद्ध इतिहास

भारतीय पुरुष हॉकी का ओलिंपिक में एक समृद्ध इतिहास रहा है, जिसने अतीत में अभूतपूर्व आठ बार स्वर्ण पदक जीता था, जिसमें से आखिरी बार 1980 के मास्को ओलंपिक में वापस आया था। हालांकि इसके बाद भारत का प्रदर्शन औसत रहा। वर्तमान में विश्व रैंकिंग में चौथे स्थान पर रहने वाली भारतीय टीम से इस बार पदक की उम्मीद की जा रही है।

भारत पूल ए में ऑस्ट्रेलिया व अर्जेंटीना के साथ

भारत पूल ए में ऑस्ट्रेलिया (नंबर 1), अर्जेंटीना (7वें), न्यूजीलैंड (8वें), स्पेन (9वें) और मेजबान जापान (15वें) के साथ है। अगर भारत को क्वार्टर फाइनल में अच्छा ड्रॉ हासिल करना है तो सभी चार निचली रैंकिंग वाली टीमों के खिलाफ पूरे अंक हासिल करना महत्वपूर्ण होगा। कप्तान मनप्रीत सिंह, गोलकीपर पीआर श्रीजेश, डिफेंडर बीरेंद्र लकड़ा और फॉरवर्ड मंदीप सिंह के रूप में भारत के पास मजबूत लाइन अप है।


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