73 दिन बाद जेल से छूटे होटल व्यवसायी ने कहा - देह व्यापार का आरोप निराधार, कोर्ट पर भरोसा Jamshedpur News
होटल सील करने की बात पर दुग्गल ने कहा कि होटल बंद कर दिया जाना उचित नहीं था। इससे विभिन्न कंपनियों के करीब 750 कर्मचारियों का वेतन रुक गया।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। जमानत मिलने के बाद घाघीडीह जेल से निकले अलकोर होटल के मालिक राजीव दुग्गल ने कहा कि वे निर्दोष हैं। देह व्यापार का आरोप तो बिल्कुल ही निराधार है। उन्होंने कहा कि मुझे न्यायालय पर पूरा भरोसा है। उम्मीद करता हूं कि मुझे न्याय मिलेगा।
होटल सील करने की बात पर दुग्गल ने कहा कि होटल बंद कर दिया जाना उचित नहीं था। इससे क्या होगा। मेरे होटल में पांच कंपनियों के दफ्तर संचालित होते हैं। होटल सील किए जाने से इन कंपनियों के करीब 750 कर्मचारियों का वेतन रुक गया। कई सरकारी व निजी कंपनियों का भुगतान नहीं किया जा सका।
षड़यंत्र के तहत फंसाया गया : सरदार शैलेंद्र सिंह
इस दौरान झारखंड गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चेयरमैन सरदार शैलेंद्र सिंह ने कहा इस केस में इस षड्यंत्र के तहत कुछ लोगों द्वारा जानबूझकर फंसाया गया है। होटल व्यवसायी राजीव दुग्गल के चरित्र हनन करने का प्रयास किया गया है। जिन लोगों ने भी ऐसा किया है सिख समाज उनकी मंशा पूरी नहीं होने देगा।
होटल अलकोर में चौथे दिन भी हुआ वेतन संबंधी कार्य
लॉकडाउन व देहव्यापार के आरोप में बिष्टुपुर स्थित होटल अलकोर 26 अप्रैल को सील कर दिया गया था। होटल प्रबंधन के आग्रह पर पूर्वी सिहंभूम जिला प्रशासन ने कर्मचारियों का वेतन निर्गत करने के लिए होटल खोलने की अनुमति दी थी। इसके बाद रविवार से कर्मचारियों का वेतन उनके बैंक खाते में ट्रांसफर किया जा रहा है।
यह काम चौथे दिन बुधवार को भी हुआ। इसके लिए जिला प्रशासन ने चार मजिस्ट्रेट प्रतिनियुक्त किया है। होटल प्रबंधन ने बताया कि शुक्रवार तक होटल में वेतन के अलावा सरकारी व निजी संस्थाओं के भुगतान संबंधी कार्यों का संचालन किया जाएगा।