सरकारी स्कूलों में भी मोबाइल से मिलने लगा होमवर्क Jamshedpur News
जमशेदपुर के एक उच्च विद्यालय की शिक्षिका ने वाट्सएप से होम वर्क देने की शुरुआत की है। इसका फायदा पूरे स्कूल को मिलने लगा है।
जमशेदपुर (वेंकटेश्वर राव)। सरकारी स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए सरकार के प्रयासों को शिक्षक ही धरातल पर उतारने में सक्षम हैं। जमशेदपुर के एक उच्च विद्यालय की शिक्षिका ने वाट्सएप से होम वर्क देने की शुरुआत की है।
इसका फायदा पूरे स्कूल को मिलने लगा है। टाटा वर्कर्स यूनियन (टीडब्ल्यूयू) उच्च विद्यालय कदमा की विज्ञान शिक्षिका शिप्रा कक्षा नवम एवं दशम के छात्रों को रोज चार-पाच होम वर्क वाट्सएप में देती हैं। यह होमवर्क विज्ञान एवं अंग्रेजी विषय के लिए दिए जाते हैं।
इसके लिए विद्यार्थियों का अलग से गु्रप बनाया गया है। शिक्षिका के इस प्रयास के कारण कक्षाओं में छात्राओं की संख्या बढ़ने लगी है। विज्ञान एवं अंग्रेजी विषय की कक्षाओं के प्रति छात्रों का रुझान बढ़ने लगा है। इस प्रयास की सराहना शिक्षा विभाग में होने लगी है। इस स्कूल की योजना को अन्य स्कूलों में लागू किए जाने पर शिक्षकों को निर्देश दिए जा रहे हैं।
मोबाइल पर ही जिज्ञासाओं को करती है शांत : शिप्रा
टीडब्ल्यूयू कदमा की शिक्षिका शिप्रा का कहना है कि वाट्सएप गु्रप बनने से छात्रों की जिज्ञासायें बढ़ने लगी है। स्कूल से घर जाने के बाद रात के 11 बजे तक छात्रों की जिज्ञासाओं को वाट्सएप गु्रप के माध्यम से शांत करने का प्रयास करती हैं। एक गु्रप में 50 छात्र-छात्राओं को जोड़ा गया है। शिक्षिका शिप्रा का कहना है कि ऐसा करने के लिए उन्होंने छात्रों ने सुझाव दिया था। छात्रों के सुझाव पर वे अमल करने लगी तो उसका फायदा दिखाई पड़ने लगा है।
सीमित संसाधन में भी अगर स्कूल की सेहत सुधारना कोई चाहता है तो इसका स्वागत होना चाहिए। टीडब्ल्यूयू की शिक्षिका ने नया प्रयास कर अन्य शिक्षकों के समक्ष उदाहरण प्रस्तुत किया है। ऐसे ही प्रयासों पर सरकारी स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का सपना पूरा होगा। - शिवेंद्र कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी, पूर्वी सिंहभूम।