Positive India : लॉकडाउन में 20 लाख लोगों तक पहुंचा टाटा स्टील का भोजन Jamshedpur News
कोविड -19 के कारण हुए लाकडाउन के बीच टाटा स्टील जरूरतमंदों को अन्नामृत योजना के तहत दोपहर का भोजन करा रही है।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। कोविड -19 के कारण हुए लाकडाउन के बीच टाटा स्टील जरूरतमंदों को अन्नामृत योजना के तहत दोपहर का भोजन करा रही है। 28 मार्च से अभी तक कंपनी प्रबंधन ने 20 लाख लोगों को दोपहर का भोजन करा चुकी है। इस काम में जमशेदपुर, वेस्ट बोकारो, कलिंगनगर सहित कई विदेशी नागरिकों (नॉन रेसीडेंट इंडियन) ने मदद दी है जिनका जमशेदपुर या टाटा स्टील से जुड़ाव है। अब तक 310 लोगों ने 70 लाख रुपये की आर्थिक मदद कर चुके हैं।
टाटा स्टील के सीएसआर चीफ सौरभ रॉय ने शनिवार शाम टेली कांफ्रेंसिंग के माध्यम से यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जमशेदपुर सहित कोल्हान में अब तक 33 हजार लोगों को टाटा स्टील राशन पहुंचा चुकी है। वहीं, 110 किसानों को जेमोटो के माध्यम से 3.75 लाख रुपये की आमदनी कर चुके हैं। वहीं, सौरभ ने बताया कि लाकडाउन में परिवारों को किचन गार्डेन, पेपर बैग का निर्माण व मास्क निर्माण के काम से जोड़ चुके हैं। इससे उन्हें 1500 से 2000 रुपये की कमाई घर बैठे हो रही है। वहीं, उन्होंने बताया कि मनरेगा के तहत प्रवासी मजदूरों की टाटा स्टील किस तरह से मदद कर सकते हैं, इसके लिए जिला प्रशासन से बात की जा रही है।
हर दिन किए जा रहे हैं 70 टेस्ट
टेली कांफ्रेंसिंग में टाटा मेन हॉस्पिटल के महाप्रबंधक डॉ. राजन चौधरी ने बताया कि 23 अप्रैल से टीएचएम में कोरोना के संदिग्ध मरीजों की जांच की प्रक्रिया शुरू हुई। पहले हर दिन 45 से 50 टेस्ट होते थे। इसकी क्षमता बढ़ाकर हमने 70 किया है।
डॉ. चौधरी ने बताया कि अप्रैल माह में कोविड 19 के 94 मरीजों का सीसीयू में और 93 संदिग्ध मरीजों का जनरल वार्ड में इलाज हुआ। टेस्ट में तेजी आने के बाद जिन मरीजों की रिपोर्ट नेगेटिव आ रही है उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी जा रही है। उन्होंने बताया कि 17 दिनों में टीएमएच ने 504 टेस्ट कर चुकी है।
ओपीडी में प्रतिदिन1300 व इमरजेंसी में 300 मरीजों का इलाज
साथ ही उन्होंने सभी शहरवासियों से अपील की है कि कोविड 19 से बचाव संभव है यदि सभी घर पर रहें। शारीरिक दूरी का पालन करें और मास्क लगाकर रखे। उन्होंने बताया कि जमशेदपुर में प्रवासी मजदूर और छात्र आने के कारण ओपीडी में केवल विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा इलाज किया जा रहा है। ओपीडी में एक दिन में 1300 मरीजों व इमरजेंसी में 300 मरीजों का हर दिन इलाज किया जा रहा है।