टाटा स्टील करेगी तीन इस्पात कंपनियों का अधिग्रहण
टाटा समूह के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने कहा कि टाटा स्टील का
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : टाटा समूह के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने कहा कि टाटा स्टील का पूरा ध्यान उत्पादन क्षमता बढ़ाने पर है। इसके लिए हर संभावनाओं को टटोला जा रहा है। हम लोग भूषण स्टील, इलेक्ट्रो स्टील और मोनेट इस्पात जैसी कुछ कंपनियों का अधिग्रहण करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। उम्मीद कर रहे हैं कि इन कंपनियों के अधिग्रहण का काम अप्रैल 2018 तक पूरा हो जाएगा।
चेयरमैन सोमवार को टाटा वर्कर्स यूनियन (टीडब्ल्यूयू) के शीर्ष नेतृत्व के साथ भविष्य की योजनाएं साझा कर रहे थे। टाटा स्टील के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक में आए एन. चंद्रशेखरन ने जमशेदपुर वर्क्स के भीतर बोर्ड रूम में टाटा वर्कर्स यूनियन पदाधिकारियों के साथ 45 मिनट तक सीधा संवाद हुआ। यूनियन ने चंद्रशेखरन से यह जानना चाहा कि टाटा समूह का भविष्य कैसा है? इस पर एन. चंद्रशेखरन ने कहा कि स्टील की डिमाड बढ़ेगी तो आपूर्ति के लिए खुद को तैयार करना होगा। टाटा स्टील के भारतीय परिचालन की उत्पादन क्षमता को तेजी से बढ़ाने की जरूरत है। अगले तीन साल में देश के सबसे बड़े ग्रीन फील्ड प्रोजेक्ट कलिंगा नगर प्लाट की उत्पादन क्षमता को 5 मिलियन टन और बढ़ाना है। अभी यहां 3 मिलियन टन स्टील बन रहा है। इसे आठ मिलियन टन तक लेकर जाना है।
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कर्मचारी पुत्रों का भविष्य सुरक्षित करने पर हो विचार : टीडब्ल्यूयू
भविष्य में टाटा समूह की कुछ कंपनियों की इकाइयां जमशेदपुर में खुल सकती हैं। चेयरमैन चंद्रशेखरन ने यूनियन के समक्ष ये संभावना जताई है। दरअसल, इसी साल 2 मार्च को एन चंद्रशेखरन शहर आए थे तो टाटा वर्कर्स यूनियन ने उनसे अनुरोध किया था कि कर्मचारी पुत्रों का भविष्य सुरक्षित करने के पर विचार किया जाए। टाटा समूह की 100 से अधिक कंपनियों में से कुछ की यहा स्थापना कर दी जाए तो यह हो सकता है। यूनियन ने बोर्ड रूम में एक बार फिर इस मसले को रखा तो चंद्रशेखरन ने कहा कि उन्हें यह बात याद है। पिछली बार भी कहा गया था। इसकी संभावनाएं टटोली जा रही हैं। अध्ययन हो रहा है कि यहा किस कंपनी का भविष्य बेहतर हो सकता है। यूनियन सूत्रों की मानें तो टीसीएस और टाटा हाउसिंग को यहां लाया जा सकता है।
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टाटा हाउसिंग व टाटा टेली सर्विसेज पर संकट के बादल
चंद्रशेखरन ने कहा कि वर्तमान में टाटा समूह की दो कंपनियों का प्रदर्शन संतोषजनक नहीं है। टाटा टेली सर्विसेज पर अत्यधिक कर्ज है। टाटा हाउसिंग का प्रदर्शन भी ठीक नहीं है। दोनों कंपनियों पर जल्द कोई निर्णय लिया जाएगा। टाटा स्टील का प्रदर्शन उत्साहित करने वाला है। खासकर भारतीय इकाइयां अच्छा कर रही हैं।
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टीआइएसएस की ब्रांच शहर में खोलने पर करेंगे विचार
टाटा वर्कर्स यूनियन के पदाधिकारियों ने चेयरमैन से टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस की एक शाखा जमशेदपुर में भी स्थापित करने का अनुरोध किया। इस पर चंद्रशेखरन ने कहा कि मुंबई और गुवाहाटी में यह संस्थान चल रहा है। जमशेदपुर में स्थापना के बारे में विचार किया जाएगा।
जल्द खुलेगा मेडिकल कॉलेज : नरेंद्रन
टाटा स्टील के ग्लोबल सीईओ सह एमडी टीवी नरेंद्रन ने कहा कि जमशेदपुर में मेडिकल कॉलेज खोला जाना है। इसकी स्थापना का मामला अंतिम चरण में है। जल्द मणिपाल मेडिकल कॉलेज खुल जाएगा।
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शहर के लिए टाटा कंपनी बनाएगी नया मास्टर प्लान
टाटा वर्कर्स यूनियन के नेताओं ने चेयरमैन से कहा कि जैसे-जैसे शहर बढ़ रहा है, नागरिक सुविधाओं पर भी दबाव बढ़ता जा रहा है। अगले दस सालों में शहर की सड़कों पर और भार पड़ेगा। वर्तमान में सिर्फ ट्रेन से 25 मिलियन टन अयस्क की ढुलाई हो रही है। चेयरमैन ने कहा कि टाटा के शहर के लिए फिर से मास्टर प्लान बनाएगी। शहर के भीतर भी एक से दूसरी कंपनी में कच्चा या तैयार माल आता जाता है। कंपनी से कंपनी तक ढुलाई के लिए रेल मार्ग की संभावना को भी परखा जाएगा। भविष्य में नए मास्टर प्लान के मुताबिक शहर के लिए काम किया जाएगा।
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टाटा ट्रस्ट करेगा कैंसर अस्पताल का विस्तार
चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा कि टाटा ट्रस्ट ने पूर्वी भारत में 12 कैंसर अस्पताल की स्थापना का फैसला लिया है। एक अस्पताल रांची में खुलेगा जबकि जमशेदपुर के मेहरबाई कैंसर अस्पताल का और विस्तार किया जाएगा। अत्याधुनिक उपकरण लगाए जाएंगे और आधारभूत संरचना बढ़ाई जाएगी। साथ ही अप्रैल 2018 के बाद जनता के लिए सस्ती स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने पर भी विचार किया जाएगा।