टाटा स्टील के पांच विभागों में 30 फीसद मैनपावर की होगी कटौती
Tata steel. टाटा स्टील के पांच विभागों से 30 फीसद मैनपावर की कटौती होगी। कपंनी प्रबंधन ने टाटा वर्कर्स यूनियन का एक प्रस्ताव भेजा है।
जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। टाटा स्टील के पांच विभागों से 30 फीसद मैनपावर की कटौती होगी। कपंनी प्रबंधन ने टाटा वर्कर्स यूनियन का एक प्रस्ताव भेजा है। प्रस्ताव के तहत सिंटर प्लांट, आरएमएम, एच ब्लास्ट फर्नेस, जी ब्लास्ट फर्नेस व पिलेट प्लांट में री-ऑर्गेनाइजेशन होना है।
यूनियन चुनाव से पहले ही कंपनी प्रबंधन ने सभी विभागों के आरओ का प्रस्ताव भेजा था। अब प्रबंधन इन सभी प्रस्तावों पर जल्द वार्ता शुरू करने की बात कह रही है। हालांकि, चुनाव पूर्व मैनपावर कटौती के प्रस्ताव को यूनियन ने ठंडे बस्ते पर डाल दिया था। कंपनी प्रबंधन 2022 तक उत्पादकता को 750 टन प्रतिवर्ष प्रति कर्मचारी के स्तर को बढ़ाकर 1000 करने की योजना बना रहा है।
उत्पादन लागत कम करने की कवायद
कंपनी प्रबंधन उत्पादन लागत को कम करने और उत्पादकता बढ़ाने के लिए कई तरह से पहल कर रही है। इसके कारण ही अब प्रबंधन मामले का जल्द समाधान करना चाहती है। टाटा स्टील में एलडी-1, एलडी-2, सिक्योरिटी व फ्यूल डिवीजन में भी आरओ का प्रस्ताव लंबित है जिस पर वार्ता होनी है। कंपनी प्रबंधन इसका भी प्रस्ताव पहले भेज चुका है।
ठेकाकर्मियों के कारण काम रुकने की मांगी सूची
टाटा स्टील, आयरन मेकिंग डिवीजन के इलेक्ट्रिकल मेंटनेंस विभाग में ठेका कर्मचारियों के नहीं रहने के कारण कौन-कौन से काम रूक रहे हैं? विभागीय हेड से इसकी सूची मांगी गई है। आयरन मेकिंग, इलेक्ट्रिकल मेंटनेंस चीफ व विभागीय कमेटी मेंबरों के बीच बैठक यूनाइटेड क्लब में हुई। इसमें कोक प्लांट, सिंटर प्लांट, ए 2 एफ ब्लास्ट फर्नेस, पिलेट प्लांट के कमेटी मेंबरों ने यह मामला उठाया। कहा कि सभी विभागों से अचानक ठेकाकर्मियों को हटाए जाने से कर्मचारियों के ऊपर काम का दबाव बढ़ गया है।
जागरण ने उठाया था मामला
इस पर चीफ ने सभी विभागीय हेड को प्रभावित होने वाले काम की सूची तैयार कर भेजने को कहा है। इस मौके पर चीफ मैकेनिकल मेंटनेंस रवि कुमार, एच ब्लास्ट फर्नेस हेड जी राम सहित सभी विभागों से इलेक्ट्रिकल मेंटनेंस के कमेटी मेंबर उपस्थित थे। मालूम हो कि इस खबर को सबसे पहले दैनिक जागरण ने प्रकाशित कर बताया था कि आयरन मेकिंग विभागों से ठेका कर्मचारियों को प्रबंधन हटा रही है।