ग्रेड रिवीजन पर टाटा वर्कर्स यूनियन को एमडी टीवी नरेंद्रन की खरी-खरी, कही ये बात Jamshedpur News
टाटा स्टील में ग्रेड रिवीजन पर एमडी टीवी नरेंद्रन ने यूनियन को साफ कह दिया है कि प्रबंधन की बात मान लें अन्यथा इसका साइड इफेक्ट सकारात्मक नहीं होगा।
जमशेदपुर, जासं। टाटा स्टील के सीईओ सह एमडी टीवी नरेंद्रन ने टाटा वर्कर्स यूनियन को दो टूक शब्दों में कह दिया है कि यूनियन ग्रेड रिवीजन पर प्रबंधन के प्रस्ताव को मान लें, अन्यथा इसका बड़ा साइड इफेक्ट होगा। नरेंद्रन का कहना है कि प्रबंधन के प्रस्ताव पर ग्रेड रिवीजन नहीं किया गया तो उत्पादन लागत बढ़ेगी और फिर प्रबंधन मजबूरन जमशेदपुर वक्र्स में नियोजन बंद कर देगा और काम आउटसोर्स के माध्यम से कराएगा।
दरअसल,टाटा स्टील प्रबंधन के साथ टाटा वर्कर्स यूनियन नेतृत्व के बीच चल रही ग्रेड रिवीजन की वार्ता बुधवार देर रात टूट गई थी। पहली जनवरी 2018 से लंबित ग्रेड रिवीजन समझौते पर मध्यस्थता के लिए यूनियन अध्यक्ष आर रवि प्रसाद, डिप्टी प्रेसिडेंट अरविंद पांडेय व महासचिव सतीश कुमार सिंह शुक्रवार की सुबह नौ बजे एमडी से मिलने पहुंचे थे। लेकिन यूनियन नेतृत्व को भी एमडी से राहत नहीं मिली।
जमशेदपुर प्लांट में उत्पादन लागत बढ़ने का हवाला
एमडी ने साफ कर दिया कि जमशेदपुर प्लांट में उत्पादन लागत लगातार बढ़ रही है। जमशेदपुर वक्र्स की उत्पादकता सभी लोकेशन से सबसे कम है। अगर समझौता नहीं किया तो वे जमशेदपुर वक्र्स में नियोजन को बंद कर आउटसोर्स को बढ़ाएंगे, नहीं तो कंपनी चल नहीं पाएगी। कंपनी में एनएस ग्रेड इसलिए बनाया ताकि उत्पादन लागत कम हो।
बैरंग लौट गए यूनियन नेता
उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि डीए के स्ट्रक्चर में सभी लोकेशन में बदलाव कर चुके हैं इसलिए जमशेदपुर वक्र्स में भी इसे क्रियान्वित किया जाएगा। नहीं तो बढ़ते उत्पादन लागत को कम नहीं किया जा सकेगा। एमडी की इन बातों से यूनियन नेतृत्व वापस बैरंग लौट गए। ऐसे में ग्रेड रिवीजन वार्ता अनिश्चितकाल के लिए टल गई। यूनियन नेताओं से मिलने के बाद एमडी टीवी नरेंद्रन विदेश यात्रा पर निकल गए। वहीं, वाइस प्रेसिडेंट, एचआरएम सुरेश दत्त त्रिपाठी भी शनिवार सुबह शहर से बाहर चले गए।