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टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन की चुनावी प्रक्रिया शुरू, ये रही पूरी जानकारी

टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन की चुनाव प्रक्रिया बुधवार से शुरू हो गई। कमेटी मीटिंग में यूनियन के महामंत्री ने चुनाव कराने की घोषणा की। इसके बाद मीटिंग में चुनाव पदाधिकारी और सब-कमेटी (उप समिति) के सदस्यों का चयन किया गया।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Wed, 27 Oct 2021 05:27 PM (IST)Updated: Wed, 27 Oct 2021 05:27 PM (IST)
टर्म इंश्योरेंस से कर्मी की मौत पर आश्रित को अधिकतम 72 लाख इंश्योरेंस के मिले

जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन की चुनाव प्रक्रिया बुधवार से शुरू हो गई। कमेटी मीटिंग में यूनियन के महामंत्री ने चुनाव कराने की घोषणा की। इसके बाद मीटिंग में चुनाव पदाधिकारी और सब-कमेटी (उप समिति) के सदस्यों का चयन किया गया। चुनाव कराने के लिए एक्सेल डिवीजन के विजय कुमार शर्मा को चुनाव पदाधिकारी चुना गया । चुनाव में इन्हें सहयोग करने के लिए उप समिति में एक्सेल डिवीजन के ही गौरव कुमार, चिदानंद खंडाई, सत्य प्रकाश और दुर्गेश कुमार को सर्वसम्मति से चुना गया।

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कमेटी मीटिंग में गोपेश्वर बाबू की जंयती मनाने और कर्मचारियों के हितों पर चर्चा की गई। कमेटी मीटिंग में सभी कमेटी मेंबर मौजूद थे। मीटिंग के बाद महामंत्री आरके सिंह ने कहा कि टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन ने अपना पहला कार्यकाल पूरा कर रहा है। 31 दिसंबर को कार्यकाल पूरा हो जाएगा। टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन के संविधान में है कि कार्यकाल पूरा होने के दो महीने पहले चुनाव प्रक्रिया शुरू हो जानी चाहिए, इसलिए आज कमेटी मीटिंग में चुनाव पदाधिकारी और सब कमेटी के सदस्यों का सर्वसम्मति से चयन कर लिया गया। यूनियन में 85 कमेटी मेंबर चुनकर आएंगे। वर्तमान में 25 ऑफिस बेयरर्स और 60 कमेटी मेंबर हैं।

2017 से पहले 100 कमेटी मेंबर होते थे। वर्ष 2017 के चुनाव में इसे घटाकर 85 कर दिया गया। चुनाव की तिथि की घोषणा चुनाव पदाधिकारी विजय कुमार शर्मा करेंगे। महामंत्री आरके सिंह ने यूनियन के अस्तित्व में आने के बाद से अब तक की कार्यकारिणी की उपलब्धियों को भी बताया।

टर्म इंश्योरेंस से कर्मी की मौत पर आश्रित को अधिकतम 72 लाख इंश्योरेंस के मिले

महामंत्री आरके सिंह ने कहा कि टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन 2017 में अस्तित्व में आई। इसके बाद से अब तक प्रबंधन के साथ तालमेल बैठा कर यूनियन कर्मचारियों के हित में काम करती आई है। यूनियन ने प्रबंधन और कर्मचारियों के बीच सेतु का काम किया है। यूनियन ने कर्मचारियों के लिए सोशल सिक्युरिटी स्कीम के तहत टर्म इंश्योरेंस प्लान लाया। इसके तहत किसी भी कर्मचारी की कंपनी या कंपनी परिसर से बाहर मौत होने पर उसके आश्रित को कम से कम लगभग 50 लाख रुपए मिलते हैं। अब तक एक कर्मचारी की मौत पर उसके आश्रित को अधिकतम 72 लाख रुपए मिले हैं। इसके अलावा कंपनी की ओर से अन्य लाभ भी मिलता है। इससे मृत कर्मचारियों के आश्रितों को जीवन यापन में कठिनाई नहीं होती है। वर्ष 2017 से अब तक इस प्लान से 60 मृत कर्मचारियों के परिजनों को लाभ मिल चुका है।

वर्ष 2021 तक यूनियन ने 1421 अस्थायी को कराया स्थायी

महामंत्री आरके सिंह ने कहा कि यूनियन ने वर्ष 2017 से 2021 तक 1421 अस्थायी कर्मचारियों को प्रबंधन से वार्ता कर स्थायी कराया है। इनमें से एक को छोड़ कर 1420 कर्मचारी मेडिकल में पास हो चुके हैं। एक कर्मचारी की रीढ़ में कुछ समस्या होने के कारण अभी ज्वाइन नहीं कर पाया है। उसके लिए प्रबंधन से बात की जा रही है। जल्द ही उसकी नियुक्ति हो जाएगी।  550 नए बच्चों की भी नियुक्ति कराई गई है।  इसमें 118 टीएमएसटी और अन्य लोग कंपनी के अप्रेंटिस और ट्रेनी को स्थायी नौकरी मिली है।

यूनियन के प्रयास से अब दो बार होता है मेडिकल, पहले तीन बार होता था

महामंत्री आरके सिंह ने कहा कि अस्थायी नियुक्ति होने से स्थायी होने तक कर्मचारियों का पहले तीन बार मेडिकल होता था। प्रबंधन से वार्ता के बाद अब दो बार ही मेडिकल होता है। पहली बार अप्रेंटिसशिप के दौरान, दूसरी बार अस्थायी नियुक्ति होने पर और तीसरी बार कंपनी में स्थायी किए जाने पर कर्मचारियों की मेडिकल जांच होती थी। कमेटी मीटिंग में सर्वसम्मति से मजदूर नेता गोपेश्वर लाल की जयंती 31 दिसंबर को मनाई जाएगी। उस दिन यूनियन कार्यालय में सुंदरकांड का पाठ होगा और गरीबों को भोजन कराया जाएगा।

कोरोना काल में भी कंपनी में अस्थायी का कराया गया स्थायीकरण

टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन के सलाहकार प्रवीण सिंह ने कहा कि कोरोना काल में पूरे देश में जहां लोगों को नौकरियों से निकाला जा रहा था, वहीं यूनियन ने टाटा मोटर्स प्रबंधन से वार्ता कर अस्थायी कर्मचारियों को स्थायी करवाया। यह अपने आप में एक उपलब्धि है। यूनियन ने हमेशा से टाटा मोटर्स को आगे बढ़ाने और कर्मचारियों के उत्थान के लिए काम किया। कर्मचारियों का वेतन 2017 में 28 हजार रुपए था, लेकिन 2021 में किसी का 50 हजार तो किसी इससे भी अधिक वेतन हो गया है। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में यूनियन के लगभग पांच हजार सदस्य मतदान करेंगे। कमेटी मीटिंग में यूनियन अध्यक्ष गुरमीत सिंह तोते भी उपस्थित थे।


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