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Tata Motors-Ford War : अब फोर्ड इंडिया को खरीदकर बदला लेंगे रतन टाटा, चेन्नई प्लांट पर नजर

Tata Motors-Ford War कभी रतन टाटा जगुआर को फोर्ड के हाथों बेचने के लिए अमेरिका पहुंच गए थे। अमेरिका में फोर्ड के एमडी ने उनके साथ बदसलूकी की थी। आज स्थिति ऐसी आ गई है कि फोर्ड भारत छोड़कर भाग गया है और रतन टाटा इसे खरीद रहे हैं...

By Jitendra SinghEdited By: Published: Fri, 08 Oct 2021 10:45 AM (IST)Updated: Fri, 08 Oct 2021 10:45 AM (IST)
Tata Motors-Ford War : अब फोर्ड इंडिया को खरीदकर बदला लेंगे रतन टाटा, चेन्नई प्लांट पर नजर
अब फोर्ड इंडिया को खरीदकर बदला लेंगे रतन टाटा, चेन्नई प्लांट पर नजर

जमशेदपुर, जासं। समय के आगे हर कोई बौना साबित होता है। एयर इंडिया और फोर्ड इंडिया की कहानी एक जैसी है। बस पात्र बदल गए हैं। 1953 में केंद्र सरकार ने टाटा एयरलाइंस का अधिग्रहण कर लिया था। अब वही एयर इंडिया एक बार फिर टाटा समूह के पास आ रही है।

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दूसरी कहानी में कभी फोर्ड के मालिक कभी रतन टाटा के साथ बदसलूकी कर कमरे से निकाल दिया था। यह वाकया उस समय की है, टाटा मोटर्स की जगुआर भारी घाटे में चल रही थी और रतन टाटा इसे बेचने के लिए अमेरिका स्थित फोर्ड कार्यालय में पहुंच गए थे। तब कंपनी के प्रबंध निदेशक ने उनका मजाक उड़ाया था। अब वही फोर्ड इंडिया भारत छोड़कर जा चुकी है और रतन टाटा इसे खरीदने जा रहे हैं। 

फोर्ड इंडिया का चेन्नई प्लांट

टाटा मोटर्स अब चेन्नई की फोर्ड इंडिया कार निर्माण संयत्र का अधिग्रहण करने वाली है। इसके लिए सारी प्रक्रिया पूरी हो गई है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं है, लेकिन फोर्ड फोर्ड द्वारा भारत से बाहर निकलने की घोषणा के लगभग 15 दिन बाद फोर्ड इंडिया के पूर्व एमडी अनुराग मेहरोत्रा टाटा मोटर्स सीवी व्यवसाय में शामिल हो गए हैं। इस कारण फोर्ड के अधिग्रहण की बात सामने आ रही है।

इधर टाटा मोटर्स के शेयर की कीमत सात अक्टूबर 2021 को लगभग 335 रुपए थी। टाटा मोटर्स और फोर्ड इंडिया दोनों का गुजरात में एक विनिर्माण संयंत्र भी है। संयोग से ये दोनों संयंत्र अहमदाबाद शहर के बाहरी इलाके साणंद में एक दूसरे के बगल में स्थित हैं। टाटा प्लांट से वे टियागो और टिगोर का उत्पादन करते हैं जबकि फोर्ड फिगो, फ्रीस्टाइल और एस्पायर का उत्पादन करते थे। चेन्नई प्लांट में Ford EcoSport और Endeavour SUVs बनाती थी।

 

 चेन्नई में टाटा समूह कर रहा निवेश

इस साल की शुरुआत से ही टाटा समूह तमिलनाडु में नए सिरे से निवेश कर रहा है। जनवरी में तमिलनाडु मंत्रिमंडल ने मोबाइल फोन के निर्माण के लिए कृष्णागिरी जिले में एक परियोजना में टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स द्वारा 5,763 करोड़ रुपये के निवेश को मंजूरी दी।

टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) चेन्नई में सिपकोट, सिरुसेरी में दो नए केंद्रों के साथ अपनी उपस्थिति का विस्तार कर रही है जो 35,000 से अधिक रोजगार के अवसर पैदा करने में मदद करेगा। सितंबर 2021 में टाटा प्रोजेक्ट्स ने चेन्नई पेरिफेरल रिंग रोड प्रोजेक्ट - नॉर्दर्न पोर्ट एक्सेस रोड के चरण एक के लिए 2,100 करोड़ रुपये के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं, जो उत्तरी चेन्नई में एन्नोर पोर्ट को AH-45 पर थैचूर से जोड़ता है।

फोर्ड के चेन्नई संयत्र में चार हजार कर्मचारी

भारत में सभी विनिर्माण कार्यों को रोकने का फोर्ड का निर्णय महिंद्रा के साथ एक प्रस्तावित संयुक्त उद्यम का परिणाम हो सकता है जो इस साल की शुरुआत में गिर गया। इसके बाद कंपनी ने देश में अपनी विनिर्माण प्रक्रियाओं को बंद करने का फैसला किया और पिछले 10 वर्षों में अपने परिचालन घाटे में 2 अरब डॉलर से अधिक की कटौती की।

चेन्नई संयंत्र में लगभग 4,000 कर्मचारी हैं जो इस बंद से प्रभावित हैं। फोर्ड ने पुष्टि की है कि वह चेन्नई और साणंद में कर्मचारियों, यूनियनों, आपूर्तिकर्ताओं, डीलरों और अन्य हितधारकों के साथ काम करेगा जहां से कंपनी निर्यात के लिए इंजन बनाती है। 


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