टाटा मोटर्स का उत्पादन बढ़ा, काम पर लौटे कर्मचारी
रॉ-मेटैरियल की कमी की वजह से मांग के बावजूद कम वाहन बनाए जा रहे हैं।
जासं, जमशेदपुर : टाटा मोटर्स में उत्पादन बढ़ गया है। पहले जहां एक दिन में 50 वाहन बनते थे, वहीं अब एक दिन में 150 से ज्यादा वाहन बनाए जा रहे हैं। दो दिन पहले तक 200 गाड़ियां बनी थीं। लेकिन इधर रॉ-मेटैरियल की कमी की वजह से मांग के बावजूद कम वाहन बनाए जा रहे हैं। बीते माह सितंबर में तीन हजार से ज्यादा गाड़ियां बनी हैं। इधर चालू माह यानी अक्टूबर में सात हजार से ज्यादा वाहन बनाने का शिड्यूल है। वहीं, अगले महीने यह आंकड़ा और ज्यादा होने की उम्मीद है। वर्तमान में यहां भारतीय सेना के लिए भी वाहन बनाए जा रहे हैं। जुलाई में यह आर्डर मिला था।
उधर, लॉकडाउन और कोरोना के कारण सर्वाधिक प्रभावित कंपनी के अस्थायी कर्मचारी हुए थे। कंपनी में उत्पादन कम हो गया था। ऐसे में सिर्फ स्थायी कर्मचारियों को ही काम मिल रहा था। 55 वर्ष से ज्यादा उम्र वाले करीब तीन सौ अस्थायी व स्थायी कर्मचारी काम से बैठाया दिए गए थे। अब इन सभी कर्मचारियों की वापसी हो गई है। सभी पूर्व की तरह अपने-अपने डिवीजन में काम करने लगे हैं। अस्थायी कर्मचारियों की वापसी भी धीरे-धीरे होने लगी है। बहुत कम अस्थायी कर्मचारी हैं, जो अभी काम पर नहीं लौटे हैं। अगले महीने से वह भी काम करने लगेंगे।
----
सीटीआर, हीट ट्रीटमेंट आदि विभागों में रात्रि पाली में काम
कोरोना संक्रमण के कारण कंपनी में बी व सी शिफ्ट में काम बंद हो गया था। सिर्फ ए पाली में ही काम हो रहा था। अब बी पाली में सभी जगह काम हो रहा है। वहीं, रात्रि पाली में भी धीरे-धीरे काम शुरू हो गया है। कंपनी के सीटीआर व हीट ट्रीटमेंट आदि विभागों में काम शुरू है। बहुत जल्द सभी जगह रात्रि पाली में काम होने लगेगा।