हिताची कर्मियों को खड़गपुर जाने की मिली चिट्ठी, कंपनी में काम बाधित
कर्मचारियों को मिले पत्र में कहा गया है कि खड़गपुर में ठहरने व अन्य व्यवस्था करने के लिए उन्हें 21 से 31 अगस्त तक स्पेशल लीव मिलेगी।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। टाटा हिताची के जमशेदपुर स्थित मदर प्लांट से कर्मचारियों को खड़गपुर संयंत्र में भेजने का सिलसिला शुरू हो गया है। सोमवार को कंपनी के एसेंबली लाइन में कार्यरत कर्मचारियों को स्थानांतरण लेटर दे दिया गया। यहां कर्मचारियों की संख्या करीब 60 है, जिसमें छह-सात को छोड़कर शेष सभी को एक अक्टूबर से कंपनी में योगदान देना है। कर्मचारियों को मिले पत्र में कहा गया है कि खड़गपुर में ठहरने व अन्य व्यवस्था करने के लिए उन्हें 21 से 31 अगस्त तक स्पेशल लीव मिलेगी। इस दौरान कर्मचारी खड़गपुर जाकर वहां की व्यवस्था से रूबरू हो जाएंगे। हालांकि इससे पूर्व भी यहां के कर्मचारियों को खड़गपुर भेजा गया था। कर्मचारियों के बच्चों को वहां पढ़ने-लिखने के लिए कंपनी के निकटवर्ती स्कूलों में बातचीत भी हुई है।
ग्रेड का फिटमेंट लेटर नहीं मिलने का विरोध, काम बाधित
स्थानांतरण लेटर मिलने के बाद वहां के कर्मचारी बिफर गए। उनका कहना था कि पहले ग्रेड का फिटमेंट लेटर मिलना था लेकिन उससे पहले ही स्थानांतरण लेटर मिल गया। कर्मचारियों ने लेटर मिलने का विरोध भी किया। बताया जाता है कि एसेंबली लाइन में आधा समय काम भी नहीं हुआ। वहीं कर्मचारियों का आरोप है कि स्थानांतरण लेटर की प्रतिलिपि न तो यूनियन को दी गई है और नहीं उसकी कॉपी श्रम विभाग में भेजी गई है। कंपनी शिफ्टिंग व कर्मचारियों को दूसरे प्लांट में भेजने की जानकारी किसी को नहीं मिलना दुर्भाग्यपूर्ण है। जानकारी हो कि एक सितंबर-18 से ही कर्मचारियों को खड़गपुर भेजने की बात थी लेकिन यूनियन के आग्रह पर विश्वकर्मा पूजा बाद उन्हें वहां भेजा जा रहा है।
टाटा हिताची में वीआरएस को 10 आवेदन
टाटा हिताची में वीआरएस को लेकर आवेदन लिया जा रहा है। 31 अगस्त तक स्कीम में शामिल होने वालों को कंपनी में डिवीजन प्रमुख को आवेदन देना है। अभी तक कुल 10 कर्मचारियों ने वीआरएस के लिए आवेदन जमा किया है।