टाटा समूह की इस कंपनी ने शेयरधारकों को दिया 3000 प्रतिशत मुनाफा, बन गई देश की सबसे बड़ी कंपनी
17 साल पहले अगर आपने टीसीएस का पांच लाख मूल्य के शेयर खरीदे होते तो आज करोड़पति होते। टीसीएस का पहला आईपीओ 17 साल पहले लांच हुआ था। तब से लेकर आज तक कंपनी ने अपने शेयरधारकों को मालामाल कर दिया।
जमशेदपुर, जासं। एक तरफ कोरोना की वजह से दुनिया भर की कंपनियां त्राहिमाम कर रही हैं, वहीं टाटा समूह की एक कंपनी रिकार्ड तोड़ मुनाफा कमा रही है। जी हां, हम बात कर रहे टाटा समूह ही नहीं, देश की सबसे बड़ी कंपनी बन चुकी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज की।
टाटा समूह के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने एक बयान में कहा कि भारत की सबसे बड़ी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने पिछले 17 वर्ष में अपने शेयरधारकों को 3000 प्रतिशत से ज्यादा मुनाफा दिया है। यह कंपनी वर्ष 2004 में शेयर मार्केट में सूचीबद्ध हुई थी। कंपनी की आॅनलाइन वार्षिक आमसभा में चंद्रशेखर ने कहा कि यदि किसी निवेशक ने 17 वर्ष पहले 850 रुपये लगाया होगा, तो आज उसकी कीमत 28,000 रुपये हो गई है। इसी बात से यह समझा जा सकता है कि टीसीएस ने अपने निवेशकों को कैसे 3000 प्रतिशत अधिक रिटर्न दिया।
सीईओ कोहली की थपथपाई पीठ
इस मीटिंग में टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखन ने टीसीएस के सीईओ एफसी कोहली की जमकर पीठ थपथपाई। उन्होंने कोहली की तारीफ करते हुए कहा कि 17 वर्ष से कंपनी का नेतृत्व कर रहे कोहली ने बखूबी कंपनी का संचालन किया। उनके सामने कई समस्या आई, लेकिन उन्होंने हर समस्या का सफलतापूर्वक सामना किया। तकनीकी दिक्कतों को भी दूर किया और टीसीएस को अग्रणी बनाए रखा। कंपनी में सुधार के लिए जो भी काम आवश्यक लगे, उसके लिए आर्थिक परेशानी को आड़े नहीं आने दिया। सुधार के लिए निवेश भी किया, लेकिन कंपनी को निरंतर आगे रखने के लिए निवेश करते रहे। कोहली के नेतृत्व ने ही टीसीएस को देश की नंबर वन आईटी कंपनी का मुकाम तक पहुंचाया। कोरोना महामारी के दौरान भी कंपनी को तकनीकी रूप से दक्ष बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। अपने ग्राहकों की आवश्यकता के अनुरूप हर तरह के सुधार में लगे रहे। आज कंपनी तकनीकी आधारभूत संरचना के मामले में देश की अग्रणी कंपनी बन गई है। यहां यह बताना लाजिमी है कि टीसीएस में 4.88 लाख लोग कार्यरत हैं। दुनिया भर में इसकी शाखाएं सफलतापूर्वक चल रही हैं।