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Tata Group ने अब इस कंपनी की खरीदी 65 प्रतिशत की हिस्सेदारी, 12 सौ करोड़ रुपये में हुई डील

टाटा समूह ने एक और ई-कंपनी की 65 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने के लिए सौदे पर हस्ताक्षर किया है। ये कंपनी है ई-फार्मा स्टार्टअप कंपनी वन एमजी। समूह ने ऑनलाइन किराना मार्ट बिग बास्केट में भी 64 प्रतिशत की हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया था।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Sat, 15 May 2021 04:28 PM (IST)Updated: Sat, 15 May 2021 04:28 PM (IST)
वन एमजी ऑनलाइन दवाओं की बिक्री करती है।

जमशेदपुर, जासं। टाटा समूह ई-कॉमर्स बाजार की ओर तेजी से रूख कर रही है। इसी के तहत टाटा समूह ने एक और ई-कंपनी की 65 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने के लिए सौदे पर हस्ताक्षर किया है। ये कंपनी है ई-फार्मा स्टार्टअप कंपनी वन एमजी। यह कंपनी ऑनलाइन दवाओं की बिक्री करती है। इस सौदे के लिए टाटा समूह ने वन-एमजी को 1200 करोड़ रुपये पर डील फाइनल की है। हालांकि टाटा समूह की ओर से इस संबंध में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है।

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आपको बता दें कि ई-फार्मा कंपनी, वन-एमजी की स्थापना प्रशांत टंडन, विकास चौहान और गौरव अग्रवाल ने की थी। लेकिन वर्ष 2015 में कंपनी टूट गई और हेल्थकार्ट के नाम से एक अलग कंपनी बनी। सूत्रों की माने तो वर्तमान में कंपनी के सह संस्थापक प्रशांत टंडन और गौरव अग्रवाल हैं जो वन एमजी कंपनी का संचालन और नेतृत्व कर रहे हैं। कंपनी ने अब तक 200 मिलियन डॉलर से अधिक का व्यापार कर चुकी है। लेकिन इस सौदे के बाद टाटा समूह वन-एमजी ग्रुप की कानूनी रूप से नेतृत्वकर्ता हो गई है।

बिग बास्केट का हो चुका अधिग्रहण

मालूम हो कि इससे पहले टाटा समूह ने ऑनलाइन किराना मार्ट बिग बास्केट में भी 64 प्रतिशत की हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया था। इसके लिए 1.2 अरब डॉलर में समझौता हुआ था। दो सप्ताह पहले ही भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग ने इस अधिग्रहण को मंजूरी दी थी। टाटा समूह के टाटा डिजिटल ने सुपर एप बनाने पर काम शुरू कर दिया है। जिसके माध्यम से वन एमजी और बिग बास्केट संचालित होगा। इस एक सुपर एप में किराना सामान, खाद्य सामग्रियां, दवाएं, स्कीन केयर, हेल्थ केयर, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, ज्वेलरी, फायनांस सर्विसेज, हवाई टिकट सहित सभी तरह की सेवाएं एक ही एप से मिलेंगी।

अमेजन से प्रतिस्पर्धा

इसके अलावा इस एप में कंपनी के घरेलू उत्पाद जैसे वोल्टास, ट्रेंट, टाइटन जैसी कंपनियों के उत्पादों की भी बिक्री होगी। इससे पहले मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज ने सितंबर 2020 में एक ई-फार्मा कंपनी नेट मेडस में लगभग 620 करोड़ रुपये में कंपनी के 60 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी थी। इस डील के साथ रिलाइंस कंपनी की जियो मार्ट के माध्यम से ही अब नेट मेड्स का संचालन होगा। रिलाइंस इंडस्ट्रीज के बाद टाटा वह दूसरा समूह है जो ऑनलाइन किराना स्टोर, ऑनलाइन फार्मेसी जैसी सुविधाएं एक एप से देगी। जिसके बाद दोनों कंपनी अमेजन से प्रतिस्पर्धा करेगी।


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