टाटा समूह में परफारमेंस पर बढ़ेगा कर्मियों का वेतन
टाटा समूह की कंपनियों में वित्तीय वर्ष 2017-18 से अधिकारियों और कर्मचारियों का आकलन काम के आधार पर होगा।
सुधीर पांडेय, जमशेदपुर
टाटा समूह की कंपनियों में वित्तीय वर्ष 2017-18 से अधिकारियों और कर्मचारियों का आकलन काम (परफारमेंस) के आधार होगा। दैनिक परफारमेंस के आधार पर ही उनका सालाना वेतन बढ़ेगा। समूह की दो प्रमुख कंपनियों टाटा स्टील और टाटा मोटर्स में वेतन का नया स्ट्रक्चर लागू करने की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। दोनों कंपनियों में इस बार अफसरों के वेतन में बढ़ोतरी परफारमेंस के ही आधार पर हो रही है। बढ़ा हुआ वेतन पहली अप्रैल से प्रभावी होगा। अफसरों के खाते में यह राशि जून अथवा जुलाई के प्रथम सप्ताह में चली जाएगी।
वाहन निर्माता टाटा मोटर्स के प्रबंध निदेशक गुंटेर बुशचेक ने टाटा इन हाउस मैगजीन में दिए अपने साक्षात्कार में परफारमेंस के आधार पर वेतन देने की बात कही है। साक्षात्कार में उन्होंने कहा है कि हमने अपनी योग्यता और नेतृत्व क्षमता के तरीके में बदलाव किया है। हम परफारमेंस के आधार पर वेतन देने की योजना पर काम कर रहे हैं। जून 2017 में वेतन पुनरीक्षण इसी आधार पर किया जाना है। इसकी तैयारी पिछले छह महीने से चल रही थी। पहली अप्रैल से टाटा मोटर्स में मैनेजमेंट स्ट्रक्चर को पूरी तरह बदल दिया गया है। स्ट्रक्चर को 14 स्तर से सीधे पांच स्तर पर लाया गया है। ताकि हर अफसर की जिम्मेदारी तय की जा सके और उसकी योगयता का आंकलन किया जा सके। कार, ट्रक और बस निर्माता कंपनी में वरीय अधिकारियों को यात्री वाहन, व्यवसायिक वाहन के क्षेत्र में लक्ष्य आधारित जिम्मेदारियों सौंपी गई हैं।
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टाटा मोटर्स में 1300 अफसरों की हुई छंटनी
देश की सबसे बड़ी वाहन निर्माता कंपनियों में शुमार टाटा मोटर्स में पहली बार अफसरों की छंटनी की गई है। पिछले वित्तीय वर्ष की अंतिम तिमाही में कंपनी ने अपने अफसरों के लिए वोलेंट्री रिटायरमेंट पैकेज निकाला था। इसके तहत 1300 अफसरों की छंटनी की गई है।
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टाटा स्टील में उत्पादकता तय करेगी कर्मचारियों का भविष्य
टाटा स्टील में अधिकारी और कर्मचारी की योग्यता का आकलन उत्पादकता (प्रोडक्टिविटी) के अनुसार होगा। जिनका प्रदर्शन खराब होगा, उन्हें वेतन वृद्धि का लाभ नहीं मिलेगा। यही वजह है कि प्रबंधन फील्ड और एरिया में वर्ल्ड क्लास मेंटेनेंस (डब्ल्यूसीएम) के समझौते को सभी विभागों में जल्द से जल्द प्रभावी करना चाह रहा है। प्रबंधन ने टाटा वर्कर्स यूनियन को 46 विभागों में लंबित री-ऑर्गनाइजेशन के प्रस्ताव को तीन माह का लक्ष्य बनाकर प्रभावी करने के लिए कहा है। प्रस्ताव के तहत करीब-करीब सभी विभागों में कर्मचारियों की संख्या घटाई जाएगी। कई विभागों पर आउटसोर्स होने का भी खतरा है।