टाटा कमिंस कर्मचारी यूनियन दो फाड़, गेंद अध्यक्ष के पाले में
tata commins union. टाटा कमिंस कर्मचारी यूनियन में जारी विवाद के क्रम में संयुक्त महामंत्री मनोज कुमार सिंह ने यूनियन से इस्तीफा दे दिया है। अब गेंद अध्यक्ष के पाले में पहुंच गया है।
जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। टाटा कमिंस कर्मचारी यूनियन में दो फाड़ हो गया है। एक खेमा यूनियन महामंत्री अरुण कुमार सिंह को समर्थन कर रहा है तो दूसरे खेमे का नेतृत्व संयुक्त महामंत्री मनोज कुमार सिंह कर रहे हैं। यूनियन का आपसी विवाद यहां महीनों से चल रहा है। यूनियन की हवा देख कर्मचारियों में अपना पक्ष मजबूत करने को लेकर मनोज सिंह ने यूनियन से इस्तीफा दे दिया है। इनसे पूर्व यूनियन के सह सचिव धीरज कुमार व कमेटी मेंबर रतन प्रमाणिक ने भी इस्तीफे सौंपे हैं।
इस बीच, आपसी विवाद का मामला यूनियन अध्यक्ष राजेंद्र सिंह के पास पहुंच गया है। दोनों खेमे के लोग राजेंद्र सिंह से मिलकर अपनी-अपनी बातें रख चुके हैं। गेंद राजेंद्र सिंह के पाले में चला गया है, अब उन्हीं के दिशा-निर्देश में काम होगा। कौन होगा महामंत्री, अब राजेंद्र सिंह को ही फैसला करना है।
बैठक में अध्यक्ष से मिलने पर बनी सहमति
टाटा कमिंस कर्मचारी यूनियन की बैठक सोमवार को यूनियन कार्यालय में हुई जिसमें अरुण सिंह, मनोज सिंह, एहसान सिराजी समेत करीब सभी उपस्थित थे। बैठक में यूनियन की वर्तमान स्थिति, आपसी विवाद के कारण व उसके निदान पर भी चर्चा हुई। बताया गया कि आने वाले दिन में ग्रेड रिवीजन सामने है ऐसे में गोलबंद रहना बेहतर रहेगा। महामंत्री पद को लेकर खींचतान होते रहा। ऐसे में निर्णय हुआ कि एक बार फिर यूनियन की पूरी टीम राजेंद्र सिंह के पास जाएगी जहां उनका फैसला अंतिम होगा।
ग्रेड हो पहली प्राथमिकता : रमेश
यूनियन की बैठक के क्रम में ही पूर्व कमेटी मेंबर रमेश कुमार मौके पर पहुंचे। उनका कहना था कि एक अप्रैल-19 से कर्मचारियों का ग्रेड लंबित हो रहा है, ऐसे में पहले ग्रेड रिवीजन को प्राथमिकता दी जाए। यूनियन गोलबंद होकर चार्टर ऑफ डिमांड तैयार करे, इससे पूर्व महामंत्री को बदलना नुकसानदायक साबित होगा।