ओडिशा से आया पिता बोला-कदमा में मेरी बेटी को ससुराल वालों ने मार दिया
जासं, जमशेदपुर : मेरी बेटी को ससुराल वालों ने ही मार दिया और पंखे से लटका दिया। दूसरे दि
जासं, जमशेदपुर : मेरी बेटी को ससुराल वालों ने ही मार दिया और पंखे से लटका दिया। दूसरे दिन मुझे खबर मिली, जब पोस्टमार्टम हो गया। अब मुझसे समझौता करने को कह रहे हैं। क्या कोई बाप बेटी की लाश से समझौता कर सकता है, मुझे तो बस न्याय चाहिए।
यह पीड़ा संबलपुर (ओडिशा) के बामड़ा गोविंदपुर से आए रामप्रवेश वर्मा व चंद्रावती वर्मा ने बयां की, जिनकी बेटी लक्ष्मी की मौत 29 जून को कदमा भाटिया बस्ती में हुई थी। सोमवार को शहर आए रामप्रवेश ने बताया कि उन्होंने 26 फरवरी 2015 को कदमा के कुंदन उर्फ बलराम वर्मा से बेटी का ब्याह किया था। मौत के दूसरे दिन जब यहां पहुंचे, तो मोहल्ले वालों ने ही पूरी कहानी बतायी। उसी दिन कदमा थाना में केस दर्ज कराया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। वह बामड़ा में ठेले पर समोसा-चाय बेचते हैं। हैसियत के मुताबिक दामाद खोजा, जो जुगसलाई में स्वर्ण आभूषण का कारीगर है। उसका किसी दूसरी लड़की से प्रेम संबंध है, जिसकी वजह से मेरी बेटी को शुरू से तंग करता था। बेटी ने 23 अक्टूबर 2016 को भी कदमा थाना में पति, जेठ और सास-ससुर पर प्रताड़ित करने का मामला दर्ज कराया था। यह इस बात को साबित करने के लिए काफी है कि मेरी बेटी ने आत्महत्या नहीं की, बल्कि मारा गया। इसके बावजूद उन्हें न्याय नहीं मिल रहा है। सोमवार को भी वे कदमा थाना गए, फिर सिटी एसपी से मिले, लेकिन दोनों जगह से उन्हें दुत्कार कर भगा दिया गया। यहां स्वर्णकार समाज के कुछ लोग भी उनसे केस वापस लेने को कह रहे हैं, यह क्या है। गरीब को न्याय नहीं मिलेगा।