दो माह बाद टाटानगर में फिर दिखी वही हलचल
जैसे ही यात्री टाटा-दानापुर एक्सप्रेस पर चढ़े के चेहरों खुशियां झलक रही थी लेकिन कुछ ही पलों में उनकी पेशानी पर बल पड़ गए।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : दो माह की वीरानगी के बाद अचानक पदचापों की आवाज तेज हुई। हर तरफ भीड़भाड़ दिखाई देने लगी। लोग दो गज की दूरी मास्क भी जरूरी के नियम को नजरअंदाज करते नजर आए। सोमवार की सुबह अपने साथ सब कुछ नया-नया व सबकुछ बदला हुआ लेकर आई। हां, कुछ ऐसा ही था टाटानगर रेलवे स्टेशन का नजारा। जहां हर कोई ट्रेन का इंतजार करते दिखा। कारण पिछले दो माह से कोई अपने पत्नी बच्चों से दूर था तो कोई पति से दूर माइके आकर लॉकडाउन में फंसी थी। सभी के मन में जल्द से जल्द घर पहुंचने की व्याकुलता स्पष्ट दिखाई दी। हर कोई पहली ही ट्रेन से अपने गंतव्य तक पहुंचना चाहता था। हालांकि इस व्याकुलता में लोग कोरोना संक्रमण का भय दरकिनार कर लंबी कतार में लगे नजर आए। वहीं दो माह बाद अचानक प्लेटफार्म पर खुली जगह मिलने पर बच्चों के मन हिलोरे मारने लगे। कुछ तो माता-पिता का हाथ छुड़ा कर ऐसे दौड़ पड़े कि मानो दो ही पग में पूरे प्लेटफार्म की दूरी नाप लेना चाहते थे। ऐसे नटखटों के पीछे उनकी माताओं व दादियों को दौड़ते देखा गया। वहीं स्टेशन परिसर कुछ माहौल अलग था। यदि स्टॉलों की बात करें तो बुक स्टोर के अलावा सभी स्टॉल बंद थे।
जैसे ही यात्री टाटा-दानापुर एक्सप्रेस पर चढ़े के चेहरों खुशियां झलक रही थी, लेकिन कुछ ही पलों में उनकी पेशानी पर बल पड़ गए। कारण, ट्रेन के अंदर शारीरिक दूरी का ख्याल नहीं रखा गया था। तीन सीटर सीट पर तीन यात्रियों को बैठाया गया था। रेलवे के द्वारा शारीरिक दूरी बनाए जाने की घोषणा हवा हवाई साबित हुई। एक जून की सुबह टाटा-दानापुर एक्सप्रेस का परिचालन टाटानगर स्टेशन से होना था। इसके लिए सुबह पांच बजे से ही यात्रियों की लंबी कतार टाटानगर स्टेशन के बाहर लगी थी। कतार लंबी होने के कारण रेल अधिकारियों ने एसी चेयर कार व सेकेंड सिटिग के यात्रियों को दो भागों में बांट कर चार लाइनें लगवा दीं। इसके बाद भी स्टेशन मुख्य द्वार से टिकट काउंटर व मॉडल इंजन तक लंबी कतार लगी हुई थी। टाटानगर से दानापुर के लिए 975 यात्रियों ने सफर किया। जबकि 1084 यात्रियों को सोमवार को सफर करना था लेकिन 109 यात्रियों ने अपनी यात्रा रद कर दी। इन यात्रियों के लिए घोषणा भी की गई, लेकिन वे नहीं पहुंचे। इस कारण दस मिनट ट्रेन को विलंब से टाटानगर से रवाना किया गया।
यात्रियों का लगेज किया गया सैनिटाइज : स्टेशन में प्रवेश करने के पहले बारी-बारी से यात्रियों के लगेज को सैनिटाइज किया जा रहा था। सभी के माक्स की जांच की जा रही थी। वहीं मोबाइल पर सुरक्षा एप डाउनलोड है कि नहीं इसकी भी रेल अधिकारी पड़ताल कर रहे थे। जैसे ही मुख्य द्वार पर पहुंचे थर्मल स्क्रीनिग की गई और प्लेटफार्म नंबर एक पर खड़ी टाटा-दानापुर एक्सप्रेस में बारी बारी से सवार होने लगे।
भीड़ संभालने को आरपीएफ व जीआरपी जवान तैनात रहे : यात्रियों की भीड़ के लिए संभालने आरपीएफ व जीआरपी के जवान को तैनात किया गया था। भीड़ इतनी थी की शारीरिक दूरी का भी यह यात्री ख्याल नहीं रख पा रहे थे। ट्रेन में सफर करने के लिए बूढ़े, बच्चे व जवान सभी शामिल थे।
ताली बजा रेल अधिकारियों ने दी यात्रियों को विदाई : जैसे ही टाटा-दानापुर एक्सप्रेस का परिचालन शुरु हुआ। प्लेटफार्म पर खड़े स्टेशन निदेशक एचके बलमुचू, सीआइ शंकर झा, संतोष कुमार, स्टेशन उप अधीक्षक एसके पति, मलय मल्लिक सहित रेल अधिकारी व कर्मचारियों ने ताली बजाकर यात्रियों को विदाई दी।