अगले सेमेस्टर में प्रमोट हो सकते केयू के छात्र
कोल्हान विश्वविद्यालय में अब जून में भी परीक्षा संभव नहीं है। इस विवि के 80 प्रतिशत कॉलेज को क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है। इसकी जानकारी विवि के परीक्षा विभाग ने नए कुलपति प्रोफेसर गंगाधर पांडा को दी है। ऐसे में कोल्हान विश्वविद्यालय के छात्र अगले सेमेस्टर में प्रमोट हो सकते हैं।
जागरण संवादाता, जमशेदपुर : कोल्हान विश्वविद्यालय में अब जून में भी परीक्षा संभव नहीं है। इस विवि के 80 प्रतिशत कॉलेज को क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है। इसकी जानकारी विवि के परीक्षा विभाग ने नए कुलपति प्रोफेसर गंगाधर पांडा को दी है। ऐसे में कोल्हान विश्वविद्यालय के छात्र अगले सेमेस्टर में प्रमोट हो सकते हैं।
परीक्षा विभाग ने दो बार परीक्षा का प्रस्ताव बनाया था। लगभग 30-35 हजार छात्र यूजी प्रथम, सेकेंड, पीजी थर्ड सेमेटर, बीएड फोर्थ सेमेस्टर सहित कई अन्य सेमेस्टर की परीक्षाएं लंबित पड़ी हैं। संशोधित प्रस्ताव में सारे कॉलेजों को परीक्षा केंद्र बनाया गया था ताकि कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए परीक्षाएं किसी तरह ली जा सकें। वर्तमान परिस्थिति में यह भी संभव नहीं है।
-------
कई विश्वविद्यालय छात्रों को करने लगे प्रमोट
जासं, जमशेदपुर : मुंबई यूनिर्विसटी, दिल्ली यूनिर्विसटी, कोलकाता यूनिर्विसटी यूजी प्रथम एवं द्वितीय सेमेस्टर के छात्रों को प्रमोट करने की योजना है। यह उनके इंटरनल एसेसमेंट और पिछले साल के नंबर पर आधार पर किया जा रहा है।
----
एकेडमिक काउंसिल की बैठक जल्द
कोल्हान विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ. पीके पाणि ने कहा कि वर्तमान परिस्थिति में बैठकर परीक्षा कराना संभव प्रतीत नहीं हो रहा है। इस बारे में जल्द ही एकेडमिक काउंसिल की बैठक बुलाने की बात कुलपति ने कही है। इस बैठक में जो निर्णय आएगा, परीक्षा विभाग उसी आधार पर आगे की तैयारी करेगा।
केयू के वित्त सलाहकार मधूसूदन मगध यूनिर्विसटी के एफए नियुक्त
कोल्हान विश्वविद्यालय के वित्त सलाहकार (एफए) मधूसूदन को बिहार के राज्यपाल की ओर से मगध यूनिवर्सिटी बोध गया का एफए नियुक्त किया गया है। उन्होंने इसके लिए आवेदन दिया था। कोल्हान विश्वविद्यालय की ओर इस एफए पर छठे वेतनमान के निर्धारण में गड़बड़ी का आरोप लगाया गया है। वे विश्वविद्यालय से तीन साल तक लगभग 12 हजार रुपया प्रतिमाह अतिरिक्त राशि लेते रहे। उनके खिलाफ राजभवन एवं उच्च शिक्षा विभाग से मार्गदर्शन मांगा गया है।
निर्देश के बावजूद सैनिटाइज नहीं हो रहे मूल्यांकन केंद्र
पूर्वी सिंहभूम के छह मूल्यांकन केंद्रों में मैट्रिक एवं इंटर की कॉपियों का मूल्यांकन कार्य प्रारंभ हो गया। निर्देश के बावजूद इन्हें सैनिटाइज नहीं किया जा रहा है।