आशियाना गार्डेन में घुसते ही थर्मल स्कैनिग
कोरोना वायरस को लेकर यूं तो शहर के अधिकतर अपार्टमेंट में बाहरी लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध या सख्ती की गई है लेकिन सोनारी के आशियाना गार्डन में बहुत सावधानी बरती जा रही है। सबसे पहले बाहरी लोगों को अंदर घुसने नहीं दिया जा रहा है। यदि उनका आना बहुत जरूरी है तो गेट पर सिक्यूरिटी गार्ड उस व्यक्ति की थर्मल स्कैनिग करते हैं फिर लिक्विड साबुन से हाथ धुलाया जाता है।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : कोरोना वायरस को लेकर यूं तो शहर के अधिकतर अपार्टमेंट में बाहरी लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध या सख्ती की गई है, लेकिन सोनारी के आशियाना गार्डन में बहुत सावधानी बरती जा रही है। सबसे पहले बाहरी लोगों को अंदर घुसने नहीं दिया जा रहा है। यदि उनका आना बहुत जरूरी है तो गेट पर सिक्यूरिटी गार्ड उस व्यक्ति की थर्मल स्कैनिग करते हैं, फिर लिक्विड साबुन से हाथ धुलाया जाता है। यह काम वहां घरों में काम करने वाली महिलाओं समेत सफाई कर्मचारियों के साथ भी होता है। बाहरी व्यक्ति को बाहर ही वाहन लगाकर अंदर जाने दिया जाता। ज्ञात हो कि आशियाना गार्डन शहर की सबसे पुरानी निजी आवासीय कालोनी में शुमार है। यहां लगभग 615 परिवार रहते हैं।
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क्या कहते हैं निवासी
जब से कोरोना से एहतियात बरतने की चेतावनी मिली है, सबसे पहले उनकी कालोनी में इसकी शुरुआत की गई। संभवत: इतनी बढ़यिा व्यवस्था शहर की किसी कालोनी में नहीं होगी।
- सुरेश सोंथालिया, अध्यक्ष
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कालोनी में करीब 70 फीसद बुजुर्ग हैं। उनमें से कई तो अकेले रहते हैं। ऐसे लोगों के यहां दिन में एक बार मेड को आने की इजाजत दी गई है, वरना किसी के घर में सर्वेंट या मेड नहीं आ रहे।
- अशोक बिहानी
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कोरोना की वजह से अधिक उम्र के लोगों का विशेष ख्याल रखा जा रहा है। उन्हें संक्रमण का ज्यादा खतरा है, लिहाजा उनके यहां जाने वाली मेड या दाई को बिना जांच के नहीं जाने दिया जा रहा।
- रमाकांत गुप्ता
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कोरोना की वजह से बच्चे-बड़े सभी घर में रह रहे हैं। बाहरी के प्रवेश पर प्रतिबंध है। एक बात है कि कालोनी में पुलिस की पेट्रोलिग नहीं हो रही है। पहले होती थी।
- सुनील वर्मा
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बेल्डीह लेक फ्लैट में कोई इंतजाम नहीं
धतकीडीह में बेल्डीह लेक फ्लैट है। इसकी खूबसूरती और लोकेशन बेजोड़ है, लेकिन यहां कोरोना को लेकर कोई इंतजाम नहीं है। यहां 14 ब्लॉक मिलाकर 112 परिवार रहते हैं। सिक्यूरिटी है, लेकिन गेट खुला रहता है। कोई आए या जाए, किसी की पूछताछ नहीं होती। हाथ धोने या सैनिटाइजर की व्यवस्था गेट पर तो नहीं है। हो सकता है कि यहां रहने वाले लोग अपने घरों में मेहमानों को हाथ धुलवाते हों, लेकिन इस संबंध में बात करने वाला भी कोई नहीं मिला। ज्ञात हो कि इसी फ्लैट में निर्देशक संजीवन लाल ने फिल्म बबलगम की शूटिग की थी।