Jamshedpur के सौरव अपनी किताब के माध्यम से लोगों को इस तरह कर रहे मदद और जागरूक
Jamshedpur News सौरव ने अब तक सैकड़ों लोगों को अपना स्किल सीखया है। उनकी मदद भी कर रहे हैं। उनका मानना है कि सभी वर्ग के लोगो डिजिटल फेंडली हो कर आसानी से अपने रोजर्मरा के कामों को कर पाए। इसलिए वे ऐसा कर रहे हैं।
जमशेदपुर। आधुनिक युग में सब डिजिटल होता जा रहा है। नई पीढ़ी प्रयोग और फेल होने से नहीं डरती है। जमशेदपुर के 18 वर्षीय युवा सौरव कुमार इसी नई पीढ़ी के कोडर है जो कि लोगो को डिजिटल की दुनिया से रू ब रू करवाने का सपना देख उसे पूरा कर रहे हैं। सौरव ने अब तक सैकड़ों लोगों को अपना स्किल सीखा रहे हैं। उनकी मदद भी कर रहे है। उनका मानना है कि सभी वर्ग के लोग डिजिटल फेंडली हो कर आसानी से अपने रोजर्मरा के कामों को कर पाए। इसलिए वे मदद कर रहे हैं।
सौरव लगातार नए शोध में लगे रहते हैं ताकि वह ज्यादा से ज्यादा लोगो को डिजिटली मदद कर पाए। युवा उद्यमी सौरभ कुमार ने अपनी पहली पुस्तक "द गोल्डन एज 17" किताब लिख प्रकाशित किया है, जिसे पढ़ कर कम उम्र के युवा खुद के स्टार्टअप को शुरू कर सकते हैं। सौरभ ने खुद के अनुभव को एक किताब का रूप दिया ताकि उनके उम्र के युवा को इस किताब से मदद मिल सके। इस किताब के माध्यम से युवा अपने स्किल्स को डेवलप करने के साथ अपने आय की शुरूआत कम उम्र से ही करना शुरू कर सकते हैं। "द गोल्डन एज 17" में सौरभ कुमार ने विस्तार से कुछ महत्त्वपूर्ण बिंदुओं पर फोकस किया है कि जैसे स्किल्स टू डेवलप, हाउ टू अर्न टू योर स्किल्स, हाउ टू जेनरेट योर फर्स्ट इनकॉम, हाउ टू स्टार्ट योर फर्स्ट स्टार्टअप इत्यादि है। इसके अलावा ऑनलाइन पोर्टल फॉर्म के द्वारा अपने स्टार्टअप से पैसे कमाने के कई तरीके भी इस किताब में मौजूद है। सौरव को बचपन से ही कंप्यूटर की दुनिया में रुचि थी। कोडिंग वेबसाइट डिजाइन करते देखते या इससे संबंधित कोई बातचीत होने पर उनका ध्यान वहां चला जाता, जिस वजह से सौरव ने अपना पूरा ध्यान वेब डिजाइन तथा ऐप डेवलेपमेंट में लगा दिया। आज सौरभ अपने इस स्किल के माध्यम से लोगों को सहयोग कर रहे है।